पुलगांव में बड़ा हादसा, हथियारों के डिपो में लगी आग

महाराष्ट्र के पुलगांव में एक बड़ा हादसा हुआ है। देश के सबसे बड़े हथियार डिपो में आग लगी । आग लगने से 2 अफसरों समेत 20 की मौत हो गई। ये सभी डिफेंस सिक्युरिटी कोर के अफसर-जवान थे। लेकिन अब आग पर काबू पा लिया गया है। हालांकि बीच-बीच में हो रहे धमाकों की आवाजें आ रही हैं। एहतियातन आसपास के 3 गांवों को खाली करा दिया गया है। मामले में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने सेना से रिपोर्ट मांगी है।

खबर है कि आयुध डिपो में आग देर रात करीब डेढ़ बजे लगी। आग पर काबू पाने के लिए तुरंत कोशिशें शुरू कर दी गईं। आग सेना के डंपिंग यार्ड में लगी थी, जो देखते ही देखते भयंकर हो गई। आग पर किसी तरह काबू पाया गया लेकिन बीच-बीच में होने वाले धमाकों की वजह से फिर आग भड़क उठी।

आग में झुलसने से सेना के चार अधिकारी घायल भी हुए हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से झुलसे डिप्टी कमांडेंट को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। मारे गए दो अधिकारियों की पहचान लेफ्टिनेंट कर्नल आरएस पवार और मेजर के. मनोज के तौर पर हुई है।

आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जा रहा है।

सेना के हथियार डिपो में आग लगने की घटना के बाद आस-पास के तीन गांवों के खाली करा दिया गया है। इनके अलावा बाकी गांवों के लोगों को भी सुरक्षित स्थानों में भेजा जा रहा है। आग बुझाने के लिए पास के गांवों से टैंकर लाए जा रहे हैं।

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर पुलगांव स्थित डिपो का दौरा करने के लिए निकले हैं। इस दौरान वह मामले की जांच को लेकर भी दिशा निर्देश तय करेंगे। उन्होंने घटना को लेकर संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है।

पुलगांव हथियार डिपो करीब 10 हजार एकड़ एरिया में फैला है। फैक्ट्रियों में बनाए जाने वाले हर तरह के हथियार और गोला बारूद पहले यहां आते हैं उसके बाद दूसरे डिपो में सप्लाई की जाती है। सूत्रों के मुताबिक, जहां आग लगी है इस एरिया में एंटी-टैंकर माइंस बिछाई हुई हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- ‘हथियार डिपो में आग की खबर से आहत हूं। पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैंने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को घटनास्थल का जायजा लेने को कहा है।’

 

रह-रह कर भड़क रही आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर भी अलर्ट पर रखे गए हैं। जरूरत पड़ने पर इनके जरिए भी आग बुझाने में ऑपरेशन शुरू किया जाएगा।

राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा, ‘यह एक दुखद हादसा है मैंने जिला प्रशासन से हर संभव मदद उपलब्ध कराने को कहा है। नजदीकी कलेक्टर को भी मौके पर जाकर जायजा लेने के लिए कहा गया है।’

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी जवानों की मौत पर दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

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