उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के हौसले बुलंद हैं। भाजपा के हर सियासी दांव को पटखनी देने वाले हरीश ने भाजपाइयों की हालत पर ऐसा तंज कसा कि भाजपा बौखला गई। उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ नेताओं की स्थिति तो यह हो चुकी है कि वे सुबह उठकर अपने इष्ट देवता को याद करने की बजाय उनका व कांग्रेस का नाम लेते हैं। उनका कहना है कि हम उन्हें राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मानते हैं, जबकि वे हमें दुश्मन।
एक अनौपचारिक भेंट में ओपिनियन पोस्ट से हरीश रावत ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्ष 1999 में उनकी सरकार मात्र एक वोट से गिरी थी। तब वह चाहते तो खरीद-फरोख्त कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। लेकिन आज वाजपेयी को अपना आदर्श मानने वाले भाजपाई राज्य में खरीद-फरोख्त की राजनीति कर रहे हैं। भाजपा ने खरीद-फरोख्त की जो राजनीति राज्य में शुरू की है उससे देशभर में राज्य का नाम कलंकित हुआ है। मुख्यमंत्री ने भाजपाइयों के बयानों पर कहा कि उनकी पार्टी कह रही है कि वह उन्हें सजा देगी, जबकि उन्हें सजा देने का काम भाजपा या अजय भट्ट का नहीं बल्कि जनता का है।