टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के सितारे बुलंद हैं। न सिर्फ बल्लेबाजी बल्कि कप्तानी में भी रिकॉर्ड दर रिकॉर्ड उनके कदम चूम रही है। हैदराबाद टेस्ट में बांग्लादेश को 208 रन से पराजित कर कोहली ने चार नए रिकॉर्ड बनाए हैं। इस मैच में दोहरा शतक लगाकर लगातार चार टेस्ट मैचों में दोहरा शतक लगाने वाले वे न सिर्फ दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं बल्कि उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने लगातार 19 टेस्ट में अजेय रहने का नया रिकॉर्ड बनाया है। साथ ही यह पहली बार है जब टीम इंडिया ने लगातार छह टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की है। इसके अलावा वे दुनिया के दूसरे ऐसे कप्तान बन गए हैं जिन्होंने 23 टेस्ट मैचों में 15 जीते हैं। इस मामले में उनसे आगे सिर्फ अॉस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ हैं जिन्होंने 23 टेस्ट मैचों में 17 में जीत दर्ज की थी।
विराट ने सुनील गावस्कर के 18 टेस्ट में अजेय रहने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। सनी ने बतौर कप्तान इन 18 टेस्ट मैचों में से छह में जीत हासिल की थी जबकि शेष मैच ड्रॉ रहे थे। कोहली का यह रिकॉर्ड इस मामले में भी अहम है कि उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने अब तक 23 मैच खेले हैं जिनमें से 15 टेस्ट में जीत हासिल की है जबकि छह टेस्ट ड्रॉ रहे हैं और दो में हार मिली है। इस मामले में उन्होंने मो. अजहरुद्दीन को पीछे छोड़ दिया है। अब कोहली टीम इंडिया के तीसरे सबसे सफल कप्तान बन गए हैं। उनसे आगे अब सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी और सौरव गांगुली ही हैं। अजहर की कप्तानी में भारत ने 14 टेस्ट मैच जीते थे। जबकि धोनी ने 27 में और गांगुली ने 21 टेस्टों में टीम इंडिया को जीत दिलाई है। विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया को आखिरी बार, पिछले वर्ष अगस्त में श्रीलंका के खिलाफ गॉल टेस्ट में हार मिली थी।
अब कोहली की नजर 22 टेस्ट मैचों में अजेय रहने के ऑस्ट्रेलिया के रिकॉर्ड पर टिकी है। ऑस्ट्रेलिया ने सितंबर 2005 से जनवरी 2008 के बीच लगातार 22 टेस्ट में अजेय रहने का रिकॉर्ड बनाया था जबकि मार्च 1946 से फरवरी 1951 के बीच वह लगातार 25 टेस्ट में अपराजेय रही थी। मजे की बात है कि टीम इंडिया को अपनी अगली सीरीज घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही खेलनी है। यदि चार टेस्ट मैचों की वह सीरीज 4-0 के से जीतने में सफल रही तो ऑस्ट्रेलिया के 22 टेस्ट के रिकॉर्ड को पछाड़ देगी। लगातार सबसे ज्यादा टेस्ट में अजेय रहने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है जो जनवरी 1982से दिसंबर 1984 तक 27 मैचों (17 जीत और 10 मैच ड्रॉ) में अजेय रही थी। दूसरे स्थान पर इंग्लैंड की टीम है जिसने जून 1968 से अगस्त 1971 के बीच 26 टेस्ट (9 जीत, 17 ड्रॉ) में अपराजेय रहने का रिकॉर्ड बनाया था।
लगातार छठी सीरीज जीत
टीम इंडिया की यह लगातार छठी सीरीज जीत है। इससे पहले टीम इंडिया ने 2015 में श्रीलंका को 2-1 से, दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से, वेस्टइंडीज को 2-0, न्यूजीलैंड को 3-0 से और इंग्लैंड को 4-0 से हराया था। यह टीम का लगातार सीरीज जीतने का नया रिकॉर्ड है। इससे पहले टीम ने अक्टूबर 2008 से जनवरी 2010 के बीच पांच सीरीज जीती थी।
टीम इंडिया ने मैच के पांचवें और अंतिम दिन सोमवार को बांग्लादेश की दूसरी पारी 250 के स्कोर पर समेट दिया। बांग्लादेश के लिए दूसरी पारी में महमुदुल्ला ने सबसे अधिक 64 रन बनाए। इसके अलावा कोई भी बल्लेबाज अधिक देर तक मैदान पर टिक नहीं पाया। विराट कोहली को ‘मैन ऑफ द मैच’ का अवॉर्ड मिला। भारत के लिए दूसरी पारी में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने चार-चार विकेट लिए, जबकि इशांत शर्मा को दो सफलताएं हासिल हुई।
टीम इंडिया के सफलतम कप्तान
1. महेंद्र सिंह धोनी (2008-2014) , मैच 60 , जीते 27, हारे 18, ड्रॉ 15
2. सौरव गांगुली (2000-2005) , मैच 49 , जीते 21, हारे 13, ड्रॉ 15
3. विराट कोहली (2014-2017) , मैच 23 , जीते 15, हारे 02, ड्रॉ 06
4. मो. अजहरुद्दीन (1990-1999) , मैच 47 , जीते 14, हारे 14, ड्रॉ 19
5. सुनील गावस्कर (1976-1985) , मैच 47 , जीते 9, हारे 8, ड्रॉ 30