वीरेंद्र नाथ भट्ट, लखनऊ।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार तो इटावा की चुनाव जनसभा में अपने चाचा शिवपाल यादव पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया की वे इटावा से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप गुप्ता संटू को चुनाव में हराने की साजिश रच रहे हैं। अखिलेश ने चाचा शिवपाल पर उनके और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के बीच खाई पैदा करने का आरोप लगाते हुए इटावा की जनता से अपील की कि ऐसे लोगों को इस चुनाव में सबक सिखाने का काम करें।
अखिलेश ने कहा कि शिवपाल ने मुलायम सिंह को धोखा देकर जसवंत नगर अपने प्रचार के लिए बुलवाया और मंच पर स्टेपनी पार्टी यानी लोक दल के उमीदवार भी मौजूद थे। अखिलेश ने जनता से अपील की कि इस चुनाव में हमारी मदद कर दो और इन लोगों का हिसाब किताब कर दो।
अखिलेश ने चाचा का नाम लिए बिना उनको आगाह किया, ‘इटावा के बहुत से लोगों ने ठेकेदारी से बहुत पैसा कमाया है, यह समझ लेना कि अभी हमारी सरकार गई नहीं है, यह हमारी इमानदारी है कि हम हिसाब किताब नहीं ले रहे। यदि कोई लिखित शिकायत कर देगा तो सोचो किस किस की जांच कहां तक पहुंचेगी।’
शिवपाल यादव इटावा जिले की जसवंत नगर विधान सभा सीट से लगातार पांचवीं बार मैदान में हैं और 9 फरवरी को मुलायम सिंह यादव ने उनके समर्थन में दो जनसभाओं को संबोधित किया था और शिवपाल को जितवाने की अपील की थी। जनवरी में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद शिवपाल ने चुनाव के बाद नई पार्टी बनाने का एलान किया था और कहा था कि वह धर्म युद्ध लड़ रहे हैं।
शिवपाल को चेतावनी देते हुए कहा, ‘अगर कोई किसी खेल का खिलाड़ी है तो हम भी फुटबाल के खिलाड़ी हैं और हमने भी इटावा के लायन सफारी में शेर पाल रखे हैं।’ अखिलेश ने शिवपाल पर इटावा से पार्टी प्रत्याशी को हरवाने का सीधा आरोप लगाते हुए कहा, ‘जो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को हरवाना चाहते हैं वो हमारी बात को ध्यान से सुन रहे होंगे, हर बात की जानकारी कर रहे होंगे और जो कमाया है उसको तो वो पोलिंग बूथ पर भी खर्च करेंगे लेकिन हम किसी परिणाम की चिंता नहीं करते।’
अखिलेश ने कहा, ‘वो सब रणनीति अपनाएंगे जो अपना सकते हैं, कौन कहता है कि यह धर्मं की लड़ाई है, इतिहास गवाह है कि अधर्म करने वाले कभी नहीं जीते जिन्होंने गलत रास्ता अपनाया है वो कभी नहीं जीते। शिवपाल यादव के नई पार्टी का मखौल उड़ाते हुए अखिलेश ने कहा, ‘हमने सुना है की इटावा में नई पार्टी बनने जा रही है, यह आरोप तो हम पर लगता था कि हम नई पार्टी बनाने जा रहे हैं, लेकिन उनको कौन समझाए कि नई पार्टी बनाने से कुछ नहीं होगा। असली पार्टी तो यहां दिख रही है वो है समाजवादी पार्टी।’