विशेष संवाददाता
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में दो चरण में मतदान हो चुके हैं तो वहीं तीसरे चरण के लिए मतदान 19 फरवरी को है। इस बार चुनावों में नेताओं के साथ ही कई महिलाएं भी चुनाव लड़ रही हैं। जिनमें से कई नेताओं की पत्नियां भी हैं, इस बार कुल 40 नेताओं की पत्नियां चुनाव लड़ रही हैं। इनमें समाजवादी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, बसपा और अपना दल की कई महिला प्रत्याशी शामिल हैं। इस चुनाव में ऐसे राजनेताओं की पत्नियां ज्यादा चुनाव मैदान में हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी है या फिर जो किसी अन्य कारण से चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। वैसे सपा अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव किसी सीट से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन उनकी सांसद पत्नी डिंपल भी पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में जमकर प्रचार के लिये कड़ी मेहनत कर रही हैं और घर से बाहर ही ज्यादा बिजी हैं ।
1. अपर्णा यादव (लखनऊ कैंट)
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ रही हैं। वह मुलायम सिंह यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। अपर्णा यादव बीजेपी नेता रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। हाल ही में डिंपल यादव भी अपर्णा यादव के लिए प्रचार करने पहुंची थी। अपर्णा यादव कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर सुर्खियां बटोर चुकी हैं।
2. स्वाति सिंह (सरोजनी नगर, लखनऊ)
उत्तर प्रदेश बीजेपी के पूर्व उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह लखनऊ के सरोजनीनगर से चुनावी मैदान में हैं। दयाशंकर के बसपा सुप्रीमो मायावती के बारे में अपशब्दों का प्रयोग करने के बाद स्वाति सिंह ने अपने पति की तरफ से मोर्चा संभाला था। वह बीजेपी की राज्य महिला विंग की अध्यक्ष भी हैं।
3. माधुरी वर्मा (ननपुरा, बहराइच)
पूर्व विधायक दिलीप वर्मा की पत्नी बहराइच से चुनावी मैदान में हैं। दिलीप वर्मा ने जेल से ही अपनी पत्नी को राजनीति में उतारा था। माधुरी 2012 में कांग्रेस की ओर से चुनाव जीत चुकी हैं लेकिन इस बार वह बीजेपी की ओर से चुनाव लड़ रही हैं।
4. प्रमिला धर त्रिपाठी (हंडिया, भदोही)
राज्य सरकार में मंत्री रह चुके राकेश धर त्रिपाठी की पत्नी प्रमिला भदोही से अपना दल की ओर से चुनाव लड़ रही हैं। आय के अज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के आरोपों की वजह राकेश धर त्रिपाठी हाल ही में जेल से बाहर आएं हैं। उन्होंने 2014 में भदोही से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वह चुनाव हार गए थे।
5. अलका राय (मोहम्मदाबाद, गाजीपुर)
अलका राय गाजीपुर से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। वह बीजेपी नेता कृष्ण नंद राय की पत्नी हैं। कृष्णानंद राय की हत्या 2005 में मुख्तार अंसारी गैंग की ओर से की गई हैं।
6. जल देवी (मलीहाबाद, लखनऊ)
बीजेपी सांसद कौशल किशोर की पत्नी जयदेवी बीजेपी सांसद कौशल किशोर की पत्नी जयदेवी कौशल को बीजेपी ने मलीहाबाद सीट से मैदान में उतारा है। अभी तक घर संभालने वाली जयदेवी चुनाव लड़ रही हैं। दशकों से इस सीट पर कमल नहीं खिला है. अब उनके सांसद पति के लिए इस सीट से बीजेपी को जीताना बड़ी चुनौती है।
7. संजू देवी (टांडा, अंबेडकर नगर)
अंबेडकरनगर की टांडा सीट से संजूदेवी बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़ रही हैं। वह हिंदू युवा वाहिनी के नेता रामबाबू गुप्ता की पत्नी हैं, वह 2013 में सांप्रदायिक हिंसा में मारे जा चुके हैं।
8. शोभा सिंह (बीकापुर, फैजाबाद)
रालोद के नेता रह चुके मुन्ना सिंह की मौत के बाद अब उनकी पत्नी चुनावी मैदान में हैं। वह बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़ रही हैं।
9. पूजा पाल (इलाहाबाद वेस्ट)
बीएसपी की विधायक पूजा पाल एक बार फिर चुनाव लड़ रही हैं। उनके पति राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या का आरोप अतीक अहमद पर लगा था।
10. नीलम करवारिया (मेजा, इलाहाबाद)
इलाहबाद के मेजा विधानसभा क्षेत्र से बाहुबली उदयभान की पत्नी नीलम करवरिया बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ रही हैं। नीलम के पति सपा सांसद जवाहर यादव उर्फ़ पंडित सिंह की हत्या मामले में जेल में बंद हैं। वे पिछले दो सालों से चुनाव की तैयारियों में जुटी हैं। इस बार टिकट मिलने के बाद जेल में बंद उदयभान की रसूख भी दांव पर है।
11. रूबा (सईद, बहराइच)
सपा विधायक वकार अहमद शाह की पत्नी रूबा सईद बहराइच से चुनाव लड़ रही हैं। वकार सपा की सरकार में मंत्री रह चुके हैं, अपनी तबीयत ठीक ना रह पाने के कारण उन्होंने चुनाव ना लड़ने का फैसला लिया।
12. रानी पक्षलिका सिंह (बाह, आगरा)
सपा सरकार में मंत्री रहे राजा अरिदमन सिंह की पत्नी रानी पक्षालिका सिंह आगरा के बाह सीट से बीजेपी के टिकट से मैदान में हैं। पक्षालिका ने 2012 में सपा के टिकट से खेरागढ़ से चुनाव लड़ा था लेकिन वे हार गईं थीं। 2014 में भी वे सपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव में उतरीं लेकिन उन्हें एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस बार वे अपने पति की जगह बाह सीट से मैदान में हैं।
13. सरिता बहादुरिया (इटावा)
पूर्व बीजेपी विधायक अभयवीर सिंह की पत्नी सरिता बहादुरिया इस बार बीजेपी की टिकट से इटावा से चुनाव लड़ रही हैं।
14 . गरिमा सिंह और अमिता सिंह (अमेठी )
अमेठी राजघराने की बहू रह चुकीं गरिमा सिंह को बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ में चुनावी मैदान में उतारा है। राजा संजय सिंह की पूर्व पत्नी गरिमा सिंह राजमहल भूपति भवन पर कब्जे को लेकर काफी सुर्ख़ियों में रहीं हैं। 2014 में हवेली की जंग में उन्हें अमेठी की जनता का साथ मिला था। अब वे उस समर्थन को जीत में बदल सकती हैं कि नहीं यह 11 मार्च को पता चलेगा। कहा जा रहा है कि गरिमा अपने पूर्व पति को चुनाव जीतकर करारा जवाब देना चाहती हैं। उनकी टक्कर में सामने भी राजा संजय सिंह की वर्तमान पत्नी अमिता सिंह है जिनको कांग्रेस ने चुनाव मैदान में उतारा है ।
15 . पायल माहेश्वरी ( मुजफ्फरनगर )
माफिया डॉन मुख़्तार अंसारी के राईट हैंड और पश्चिम यूपी के डॉन कहे जाने वाले संजीव जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी रालोद के टिकट से चुनावी मैदान में हैं। संजीव जीवा को पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्या मामले में सीबीआई कोर्ट से उम्र कैद की सजा हो चुकी है। फिलहाल संजीव जीवा पूर्व बीजेपी विधयक कृष्णाराय समेत हत्या के 6 मामलों में मैनपुरी जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी पायल मुजफ्फरनगर की शहर सीट से चुनाव मैदान में थी । पायल के पति के लिए भी उनकी जीत सुनिश्चित कराना एक चुनौती है। उनका चुनाव पहले फेज में चूका हो चुका लड़ रही है।