पठानकोट हमले को लेकर भारत के दबाव का असर पाकिस्तान पर दिखा। आज पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस मसले पर एक उच्च स्तरीय बैठक की जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जंजुआ, खुफिया एजेंसी आईएसआई के डीजी, विदेश सचिव समेत कई बड़े अधिकारी मौजूद थे। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल पठानकोट का दौरा कर सकते हैं। 31 दिसंबर की रात करीब 3 बजे सेना की वर्दी में चार आतंकियों ने पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हमला बोल दिया था। आतंकियों ने ग्रेनेड और लाईट मशीन गन से हमला किया था। इस हमले में सेना के सात जवान शहीद हो गए थे।
उधर बैठक के बाद पाकिस्तान की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ”पाकिस्तान इस हमले की निंदा करता है. पाकिस्तान किसी भी तरह के आतंकवाद के खिलाफ है। बैठक में भारत द्वारा जुटाए गए सबूत पर कार्रवाई की भी समीक्षा की गई. इस मामले पर पाकिस्तान सरकार आगे भी भारत के संपर्क में रहेगा.” पाकिस्तान ने पठानकोट हमले के सबूत इंटेलिजेंस ब्यूरो चीफ अफताब सुल्तान को सौंप दिए हैं। अब वह आगे की जांच करेंगे। शरीफ ने मीटिंग में मौजूद एनएसए नसीर जंजुआ को इंडियन एनएसए अजीत डोभाल के कॉन्टेक्ट में रहने के निर्देश दिए हैं।