नई दिल्ली।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने ऐसा इतिहास रचा है कि सचिन-धोनी और पोंटिंग समेत विश्व के कई दिग्गज पीछे छूट गए हैं। उन्होंने वनडे मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। उन्होंने कई और बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। महिला क्रिकेट ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई दिग्गज पुरुष बल्लेबाजों को भी पीछे छोड़ चुकी हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर उनकी इस सफलता का राज क्या है।
मिताली की सफलता के पीछे उनकी सधी हुई बल्लेबाजी को माना जा रहा है, जिसके बल पर उन्होंने बड़ा कमाल किया है। सफलता की बात करें तो उसके लिए कई बातें जिम्मेदार होती हैं, लेकिन मिताली ने अपनी मेहनत और क्रिकेट के प्रति समर्पण के बलबूते जो स्थान हासिल किया है, वह सभी के लिए मुमकिन नहीं होता।
बुधवार को मिताली राज जैसे ही ब्रिस्टल के मैदान में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने उतरीं, विश्व रिकॉर्ड बनाने से महज 41 रन दूर थीं। मिताली ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शेर्लोट एडवर्ड्स के 5,992 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इस इतिहास के साथ ही मिताली ने वनडे करियर में अपने 6 हजार रन भी पूरे कर लिए।
दुनिया के दिग्गज पुरुष बल्लेबाजों की बात करें तो 6 हजार रन पूरे करने के मामले में मिताली ने कई बड़े नामों को पछाड़ दिया है। मिताली ने 6 हजार रन अपने 183वें मैच की 164वीं पारी में पूरे किए। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने 170वीं पारी में 6 हजार रनों का आंकड़ा पार किया था।
ऑस्ट्रेलिया के महानतम कप्तानों में शुमार रिकी पोंटिंग ने 166 पारियों में अपने वनडे करियर के 6 हजार रन पूरे किए थे। पोंटिंग ने 2003 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए किंग्सटन में ये आंकड़ा पार किया था। वहीं भारत के सबसे सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बात की जाए तो उन्होंने 2011 में श्रीलंका के खिलाफ 6 हजार रन पूरे किए थे। धोनी ने इसके लिए 166 पारियां खेली थीं।
इन महान क्रिकेटरों के अलावा विस्फोटक बल्लेबाजों में शुमार वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, हर्शेल गिब्स, ब्रैंडम मैक्कलम, दिलशान और अजहरुद्दीन समेत एलन बॉर्डर जैसे सीनियर बल्लेबाजों को भी इस मायने में मिताली राज काफी पीछे छोड़ चुकी हैं।