क्रिकेट जिस तरह से लोगों के सिर चढ़ के बोलता है, ऐसे में लाखों के अरमान होता है कि वह भी क्रकिकेट के मैदान पर अपने देश के लिए खेलें। लेकिन क्रिकेट का इतिहास बताता है कि खेल-खेल में कभी कभी ऐसी गंभीर चोटें भी लगती हैं जो आपकी जान तक ले सकती हैं। ऐसा ही कुछ हुआ पाकिस्तान के युवा क्रिकेटर जुबेर अहमद के साथ। दरअसल,, जुबेर अहमद को क्लब क्रिकेट मैच खेलते वक्त बाउंसर गेंद से सिर पर चोट लगी और उनकी मौत हो गई। यह घटना 14 अगस्त को घटी। मौत की ऐसी घटनाओं से इतिहास भरा है। आईये हम आपको बताते हैं कि कब और किस खिलाड़ी को चोट की वजह से जान गवानी पड़ी-
फिल ह्यूज(ऑस्ट्रेलियाई)- ऑस्ट्रेलियाई युवा बल्लेबाज फिल ह्यूज 26 साल के थे। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर घरेलू मैच के दौरान ह्यूज के सिर में एक बाउंसर लग गया था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सिर का ऑपरेशन भी हुआ, लेकिन एक बार अचेत होने के बाद फिर वो होश में नहीं आ पाए।
डेरिन रैंडाल (दक्षिण अफ्रीका)– रैंडाल का निधन 32 साल की उम्र में 2013 में घरेलू टूर्नामेंट के दौरान बल्लेबाजी करते हुए गेंद लगने से हुई। पुल शॉट लगाने की कोशिश करते हुए गेंद रैंडाल के सिर में लगी और वह वहीं ढेर हो गए। रैंडाल को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जल्द ही उनकी मौत हो गई।
जुल्फीकार भट्टी (पाकिस्तान)– घरेलू मैच के दौरान पाकिस्तान का यह बल्लेबाज सीने पर गेंद लगने के बाद पिच पर ही गिर पड़ा। भट्टी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 2013 में भट्टी की मात्र 22 वर्ष की आयु में मौत हुई।
रिचर्ड ब्यूमोंट (इंग्लैंड)- 33 साल के ब्यूमोंट 2012 में खेल के मैदान पर दिल का दौरा पड़ने से गिर पड़े और अस्पताल ले जाए जाने पर मृत घोषित कर दिया गया।
जेनकिंस (इंग्लैंड)- इंग्लैंड के अंपायर जेनकिंस 2009 में एक लीग मैच में अंपायरिंग कर रहे थे। क्षेत्ररक्षक द्वारा फेंकी गई गेंद दुर्घटनावश 72 वर्षीय जेनकिंस के सिर पर जा लगी और सिर में लगी इस चोट के कारण ही जेनकिंस की मौत हो गई।
एंडी डुकाट(इंग्लैंड)- लॉर्ड्स में 1942 में हुए एक मैच के दौरान 56 वर्षीय डुकाट का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
रमन लांबा (भारत)- भारत के इस अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी का 1998 में क्लब मैच के दौरान ढाका में क्षेत्ररक्षण करने के दौरान सर पर गेंद लगने से हुआ।