विशाल सिक्का ने इंफोसिस से तत्काल प्रभाव से इस्तीफ़ा दे दिया है। कंपनी को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा कि अपने 3 साल के कार्यकाल का उन्हें कोई मलाल नहीं है।
आईये आपको बताते हैं- कौन हैं विशाल सिक्का ?
- विशाल का जन्म मध्यप्रदेश के शाजापुर में पंजाबी परिवार में 1 जून 1967 को हुआ। इनके पिता रेलवे में इंजीनियर थे और माता अध्यापिका। सिक्का जब 6 साल के थे तो उनका परिवार गुजरात के बड़ौदा में शिफ्ट हो गया।
- उन्होंने गुजरात के राजकोट में केन्द्रीय माध्यमिक विद्यालय से अपनी स्कूली पढ़ाई की। एमएस यूनिवर्सिटी, बड़ौदा से ग्रैजुएशन करने के बाद विशाल ने न्यूयॉर्क की सायराक्यूज़ यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। विशाल ने अपनी पीएचडी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से की।
- पढ़ाई पूरी करने के बाद सिक्का ने कुछ वक्त के लिए जेरॉक्स कंपनी के साथ काम किया। जिसके बाद उन्होंने खुद कुछ कंपनियों की नींव रखी। बाद में उन्होंने अपने दोनों स्टार्टअप बेच दिए।
- साल 2002 में विशाल ने SAP ज्वाइन की। महज पांच साल के भीतर SAP में विशाल एक बड़ा नाम बन चुके थे। बतौर चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर वो सीधे CEO को रिपोर्ट करते थे। SAP के भीतर गहराते सत्ता-संघर्ष के बीच विशाल सिक्का ने कंपनी छोड़ दी।
- 12 जून 2014 को इंफोसिस फाउंडर नारायणमूर्ति ने विशाल सिक्का को कंपनी का MD और CEO घोषित किया।
- 2015-16 में उन्हें करीब 50 करोड़ रुपए का पैकेज मिला था। साल 2016 में उनका पैकेज 74 करोड़ रुपए कर दिया गया था। इतना ही नहीं कंपनी ने उनके कार्यकाल को भी 2021 तक बढ़ा दिया था। इस्तीफा देने तक 74 करोड़ की सालाना सैलरी के साथ विशाल को देश का सबसे ज्यादा तनख्वाह पाने वाला आईटी प्रोफेशनल माना जाता है।
- विशाल ने इंफोसिस की कमान संभालने के बाद कई बदलाव किए और कंपनी की वित्तीय हालत में भी सुधार किया।