सुनील वर्मा,
देशभर में चर्चा का विषय बन चुके गुरूग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के प्रदुम्न हत्याकांड की चौतरफा निंदा के कारण शासन और प्रशासन हर स्तर से अपना शिकंजा कसने की कोशिश कर रहे है ताकि लोगों का गुस्सा शांत हो सकें। सीबीएसई ने एक कमेटी गठित की है जो दो दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी जिसके बाद निर्णय लिया जायेगा कि रेयान स्कूल की मान्यता रद्द की जाये या नहीं। अगर ऐसा हुआ तो स्कूल प्रशासन की मुश्किल भी बढ जायेंगीं। प्रशासन ने पहले ही मामलें की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन कर दिया है। इधर 7 साल के मासूम प्रद्युम्न के कत्ल के आरोपी बस कंडक्टर अशोक की गलती की सजा अब उसका परिवार भुगतेगा। ग्रामीणों ने अशोक के परिवार का बहिष्कार कर दिया है। इस मामले में आज सुबह गांव में पंचायत बुलाई गई है। हालांकि परिजनों ने अशोक को निर्दोष बताया है।
गुड़गांव स्थित सोहना का घमरोज गांव इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। इसकी वजह यह है कि गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के मासूम से कुकर्म की कोशिश और फिर उसकी बेरहमी से हत्या करने का आरोपी बस कंडक्टर अशोक इसी गांव का रहने वाला है।
दिल दहला देने वाली यह घटना गुड़गांव ही नहीं बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। अशोक को इस जघन्य अपराध का दोषी मानते हुए शनिवार देर रात घमरोज गांव के लोगों ने उसके परिवार का बहिष्कार करने का फैसला किया। उन्होंने अशोक के परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया।
ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। ग्रामीणों ने कहा कि वह पीड़ित परिवार के साथ हैं। अशोक ने बेहद नीच हरकत की है। आरोपी को हर हाल में सजा दिलाएंगे। इस मामले में रविवार को गांव में पंचायत बुलाई गई है। दूसरी तरफ अशोक की पत्नी और उसका परिवार उसे बेकसूर बता रहा है।
क्या है मामला
गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार को 2nd क्लास में पढ़ने वाला 7 साल के प्रद्युम्न के साथ कुकर्म की कोशिश करने के बाद उसकी गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। देर रात पुलिस ने इस मामले में बस कंडक्टर अशोक समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया था। पुलिस पूछताछ में अशोक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
अशोक को तीन दिन की पुलिस रिमांड
अशोक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है। वहीं मृत बच्चे के परिजनों समेत दर्जनों अभिभावक कमिश्नर दफ्तर का घेराव कर स्कूल के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग पर अड़े हुए हैं। हालांकि स्कूल की प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है।
सिक्योरिटी स्टाफ को किया बाहर
साथ ही स्कूल मैनेजमेंट ने समूचे सिक्योरिटी स्टाफ को भी स्कूल से निकाल दिया है। शासन ने सिक्यूरिटी एजेंसी का लाइसेंस भी कैंंसल कर दिया है। आज सूबे के शिक्षामंत्री राम बिलास शर्मा भी गुड़गांव पहुंच रहे हैं। वह इस मामले में पुलिस अधिकारियों से मीटिंग के बाद प्रेस कॉंफ्रेंस करेंगे। मुमकिन है कि शर्मा पीड़ित परिजनों से मिलने उनके घर जाएं। गुड़गांव के कमिश्नर संदीप खेरवार ने 7 दिन के भीतर इस केस की चार्जशीट दाखिल करने की बात कही है। चर्चा है कि मामलें की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी और जल्द फैसला आएगा।