नई दिल्ली।
वर्ष 1999 में अपना अंतरराष्ट्रीय कैरियर शुरू करने वाले आशीष नेहरा 18 साल तक अनवरत क्रिकेट खेलते रहे, जबकि इस अवधि में 12 बार उन्हें सर्जरी का सामना करना पड़ा। दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला मैदान पर उन्होंने 1 नवंबर 2017 को अपने क्रिकेट कैरियर का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला, जहां उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के जरिये अपना कैरियर शुरू किया था।
38 साल की उम्र तक क्रिकेट खेलना कोई आसान बात नहीं है, हालांकि नेहरा से ज्यादा उम्र के खिलाड़ी क्रिकेट खेल रहे हैं। 18 सालों में सिर्फ 17 टेस्ट,120 वनडे और 27 टी20 मैच खेल पाए। इंजरी की वजह से नेहरा को ज्यादातर समय क्रिकेट से दूर रहना पड़ा।
आखिरी मैच में नेहरा के नाम एक नया रिकॉर्ड भी कायम हो गया। जेम्स एंडरसन के बाद नेहरा दूसरे ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जो अपने नाम पर बने “प्लेइंग एन्ड” से गेंदबाज़ी करते हुए नज़र आए। बुधवार को दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) ने एक दिन के लिए नेहरा के नाम पर एक प्लेइंग एन्ड बनाया।
वर्ष 1999 में आशीष नेहरा का भारतीय टीम में चयन हुआ। 24 फरवरी 1999 को नेहरा ने अपना पहला मैच मोहम्मद अज़हरुद्दीन की कप्तानी में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो के मैदान पर खेला। इस मैच में नेहरा 28 ओवर गेंदबाज़ी करते हुए सिर्फ एक विकेट लेने में कामयाब हुए थे। श्रीलंका के मर्वन अटापट्टू नेहरा का अंतराष्ट्रीय क्रिकेट का पहला शिकार बने थे। इस मैच के बाद नेहरा को दो साल तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा।
फिर 2001 में सौरव गांगुली की कप्तानी में नेहरा का टीम में चयन हुआ। ज़िम्बाब्वे के खिलाफ इस सीरीज में नेहरा ने दो मैच खेलते हुए 11 विकेट लिए थे। नेहरा का टेस्ट करियर ज्यादा दिन तक नहीं चल पाया। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच 13 अप्रैल 2004 को सौरव गांगुली की कप्तानी में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। इसके बाद नेहरा का टेस्ट टीम में कभी चयन नहीं हुआ।
सौरव गांगुली की कप्तानी में नेहरा ने अपना वनडे करियर शुरू किया। 24 जून 2001 को ज़िम्बाब्वे के खिलाफ नेहरा ने अपना पहला वनडे मैच खेला। इस मैच में नेहरा ने 10 ओवर गेंदबाज़ी करते हुए 33 रन देकर दो विकेट लिए थे। नेहरा ने सौरव गांगुली की कप्तानी में सबसे ज्यादा वनडे मैच खेले। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भी नेहरा ने कुछ वनडे खेले। 2005 से लेकर 2009 के बीच बार बार इंजरी और सर्जरी की वजह से नेहरा को करीब चार साल तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा।
26 जून 2009 को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में नेहरा की चार साल के बाद वनडे में वापसी हुई। 21 और 24 दिसंबर 2009 को वीरेंद्र सहवाग की कप्तानी में भी नेहरा ने दो मैच खेले। 28 नवंबर और 10 दिसंबर 2010 के बीच गौतम गंभीर के कप्तानी में आशीष नेहरा ने पांच वनडे मैच मैच खेले। 2001 से लेकर 2011 के बीच नेहरा 120 वनडे मैच खेले और 157 विकेट लेने में कामयाब हुए।