पर्थ।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन इंग्लैंड ने 4 विकेट पर 305 रन बनाए। शुरुआती झटकों के बाद डेविड मलान और जॉनी बेयरस्टो के बीच पांचवें विकेट के लिए 174 रनों की अटूट साझेदारी से इंग्लिश टीम ने पर्थ टेस्ट में मजबूती हासिल कर ली है।
उधर, एशेज टेस्ट में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इंकार किया है। ये मुकाबला इसलिए फिक्सिंग के घेरे में आया है, क्योंकि एक अखबार ने दावा किया है कि दो भारतीय सट्टेबाज अखबार के एक अंडरकवर एजेंट को इस मैच की जानकारी बेचने के लिए तैयार थे। आईसीसी एंटी करप्शन यूनिट के जीएम एलेक्स मार्शल ने कहा- ‘आईसीसी स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों को बहुत गंभीरता से ले रही है, मगर उसे अब तक सबूत नहीं मिले हैं।’
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक के साथ एक उपलब्धि जुड़ गई है। कुक के करियर का यह 150वां टेस्ट था। वे 150 टेस्ट के क्लब में शामिल होने वाले दुनिया के आठवें और इंग्लैंड के पहले क्रिकेटर बन गए हैं। भारत के खिलाफ मार्च 2006 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले कुक सबसे कम समय में इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
उन्होंने अपने पदार्पण के बाद केवल 11 साल 288 दिन में 150वां टेस्ट मैच खेला। बाएं हाथ के इस आकर्षक बल्लेबाज ने भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने पदार्पण के बाद 150वें टेस्ट के मुकाम पर पहुंचने में 14 साल 200 दिन लिए थे।
पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 से आगे चल रहे ऑस्ट्रेलिया ने अपनी टीम में एक बदलाव करके पीटर हैंड्सकॉम्ब की जगह आलराउंडर मिशेल मार्श को अंतिम एकादश में रखा है। इंग्लैंड ने एडिलेड में 120 रन से हारने वाली टीम में कोई बदलाव नहीं किया।
30 साल के मलान ने अपने 8वें टेस्ट में पहला शतक जमाया है। मलान और बेयरस्टो ने तब जिम्मेदारी संभाली, जब पहले बल्लेबाजी के लिए उतरा इंग्लैंड सलामी बल्लेबाज मार्क स्टोनमैन (56) के अर्धशतक के बावजूद चोटी के चार विकेट 131 रन पर गंवाकर संघर्ष कर रहा था।
मलान ने वाका की तेज गेंदबाजों की अनूकूल पिच पर ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाजी की त्रिमूर्ति मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और पैट कमिंस का डटकर का सामना किया। इस 30 वर्षीय बल्लेबाज ने अब तक अपनी पारी में 174 गेंदों का सामना करके 15 चौके और एक छक्का लगाया है। बेयरस्टो के रूप में उन्हें अच्छा साथी मिलास जिनकी 149 गेंद की पारी में दस चौके शामिल हैं।
इंग्लैंड ने जब भी वाका पर पहली पारी में 300 से अधिक का स्कोर बनाया तब उसने कभी मैच नहीं गंवाया। दूसरी तरफ से जब भी पहली पारी में उसने 300 से कम स्कोर बनाया तब उसे हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहले दो सत्र में दो-दो विकेट गंवाए, लेकिन मलान और बेयरस्टो ने आखिरी सत्र में ऑस्ट्रेलिया को सफलता से महरूम रखा और इस तरह से पहला दिन अपनी टीम के नाम किया।