मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर दुनियाभर में चीन की आलोचना होती रही है। कुछ ऐसा ही चौंकाने वाला वाकया चीन में फिर से हुआ है जिसकी आलोचना हो रही है। दक्षिण चीन में ड्रग्स की तस्करी, बिक्री, हत्या और डकैती के मामले में दोषी ठहराए गए दस अपराधियों को सरेआम एक स्टेडियम में फांसी दे दी गई। इसे देखने के लिए लोगों को बकायदा आमंत्रण भेज कर बुलाया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पूरा मामला गुआंगडोंग प्रांत का है जहां कोर्ट के आदेश के ठीक बाद सभी दोषियों को फांसी दी गई। फांसी देखने के लिए स्टेडियम में हजारों लोग जमा हुए थे। फांसी के दिन से चार दिन पहले लोगों को इसे देखने के लिए आमंत्रण दिया गया था। गुआंगडोंग में 12 आरोपियों पर पब्लिक ट्रायल चलाया गया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद 10 आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई। फांसी पर लटकाए गए 10 दोषियों में से सात पर ड्रग्स से जुड़े अपराधों के मामले थे वहीं तीन पर हत्या और डकैती के मामले दर्ज थे। फांसी के दिन सभी दोषियों को पुलिस वाहन में स्टेडियम लाया गया जहां एक के बाद एक उन्हें फांसी दी जाने लगी। स्टेडियम में बैठे लोगों ने इस घटना को कैमरे में कैद कर लिया जिसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने लगा।
फांसी देने के मामले में चीन शीर्ष पर
वैसे भी मौत की सजा देने के मामले में चीन दुनिया में शीर्ष पर है। चीन ने पिछले साल 2400 लोगों को मौत की सजा दी थी। हालांकि यह आंकड़ा वर्ष 2012 की तुलना में 20 फीसदी गिरा है। वर्ष 2002 में 12,000 लोगों को मौत की सजा दी गई थी। एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2013 में शेष दुनिया में 778 लोगों को फांसी दी गई थी।