वित्त मंत्री अरूण जेटली ने अर्थव्यवस्था में ठहराव के विपक्ष के आरोपों और एफआरडीआई विधेयक को लेकर आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि बैंकों में जमाकर्माओं के विश्वास को बनाये रखने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
क्या है एफआरडीए बिल
इस बिल (फाइनेंशियल रेसॉल्यूशन एंड डिपॉजिट इंश्योरेंस बिल) के तहत कहा जा रहा है कि देश के बैंकों को नुकसान होने की स्थिति में बैंक में जमा लोगों के पैसे को न लौटाने का प्रावधान होगा और इससे बैंक में जमाकर्ताओं के पैसे की कोई सुरक्षा नहीं रहेगी। इस तरह की आशंकाओं को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि बैंकों में पैसे जमा करने वालों की रक्षा करने को सरकार प्रतिबद्ध है।
लोकसभा में कल उठा था मामला
लोकसभा में कल साल 2017-18 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांग के दूसरे बैच पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने एफआरडीआई विधेयक का जिक्र किया और कहा कि इससे बैंकों में धन जमा करने वाले आम लोगों पर असर होगा। उन्होंने कहा था कि इससे देश में अनिश्चितता का माहौल पैदा हो रहा है। इस तरह की आशंकाओं को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि बैंकों में पैसे जमा करने वालों की रक्षा करने को सरकार प्रतिबद्ध है।