उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी में यूपी निवेशक सम्मेलन के लिए अहमदाबाद में अपना छठा और अंतिम रोड शो आयोजित किया। उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट रोड शो की शृंखला पिछले साल दिसंबर में दिल्ली से शुरू हुई और उसके बाद बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई और कोलकाता में आयोजित की गई। उत्तर प्रदेश सरकार ने गुजरात की तरह एक व्यापार अनुकूल राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में रोड शो कर व्यवसायियों को निवेश के लिए आमंत्रित किया।
यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट आयुक्त अनूप चंद्र पांडे ने इस मौके पर कहा कि समिट में पूरे देश के प्रतिनिधियों के अलावा कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भागीदारी करेंगे। इसके जरिये राज्य में रोजगार पैदा करने और अनुकूल कारोबारी माहौल बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह समिट राज्य में औद्योगिक वातावरण को बदलने और निवेशकों को आकर्षित करने वाला साबित होगा। रोड शो के दौरान उद्योगों से हमें उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है।
यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए एक पुनरुत्थान पथ पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हम निवेशकों के लिए वातावरण बनाने में सफल रहे हैं। विभिन्न राज्यों की नीतियों पर विचार और अध्ययन करने के बाद हमने अपनी नई औद्योगिक नीति तैयार की है, जो उत्तर प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करेगी। प्रदेश के उद्योग मंत्री सतीश महाना ने कहा कि हमारा ध्यान राज्य के अविकसित क्षेत्रों के विकास पर होगा। लॉजिस्टिक्स, टेक्सटाइल, आईटी, डेयरी एंड टूरिज्म जैसे क्षेत्रों में से कुछ क्षेत्रों में हम गुजरात की विशेषज्ञता का लाभ उठाना चाहते हैं।
अदानी समूह ने उत्तर प्रदेश के लॉजिस्टिक्स पार्कों में निवेश करने में रुचि व्यक्त की है। टॉरेंट ग्रुप ने बिजली और फार्मा में निवेश करने में रुचि व्यक्त की, जबकि अरविंद लिमिटेड के कुलिन भाई लाल भाई ने एक वस्त्र डिजाइन केंद्र की स्थापना में रुचि दिखाई है। कैडिला के पंकज पटेल ने उत्तर प्रदेश में एक फार्मा इकाई की स्थापना के बारे में भी बात की। अहमदाबाद के रोड शो के दौरान सरकार को 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के प्रस्ताव मिले।