नई दिल्ली।
कांग्रेस, सपा और रालोद ने उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में सोमवार को उपचुनाव में मतदान के दौरान ईवीएम मशीनों में भारी गड़बड़ियों की चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए मतदाताओं को मतदान के लिए अतिरिक्त समय देने या अधिक समय तक मशीनें खराब रहने वाले केंद्रों पर फिर से मतदान कराने की मांग की है।
ईवीएम को लेकर पहले भी सरकार और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप के दौर चले थे, जिस पर सरकार ने विपक्ष को इस बात की चुनौती दी थी कि ईवीएम को कोई भी खराब नहीं कर सकता। अब ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में जो खराबी आई है, उसका कारण अत्यधिक गर्मी बताया जा रहा है।
इसलिए यह समझना जरूरी है कि ईवीएम में खराबी कितनी तकनीकी है और उस पर कितनी राजनीति की जा रही है। सपा नेता रामगोपाल यादव, रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह और कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने आयोग को ईवीएम की गड़बड़ियों वाले मतदान केंद्रों की सूची पेश करते हुए मशीनों को दुरुस्त करने में निर्वाचन अधिकारियों द्वारा जानबूझकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
आयोग के समक्ष विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त प्रतिवेदन पेश करने के बाद यादव ने संवाददाताओं को बताया, ‘उत्तर प्रदेश में कैराना लोकसभा सीट, नूरपुर विधानसभा सीट और महाराष्ट्र में भंडारा गोंदिया लोकसभा सीट के उपचुनाव में सुबह से ही बड़े पैमाने पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत चुनाव आयोग से की गई है।’
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय ने विपक्ष के सवाल उठाने पर सफाई दी कि ईवीएम में गड़बड़ी की जानकारी होने पर हमने भारत निर्वाचन आयोग को फैक्स किया और उनसे गुजारिश की कि जहां पर मतदान बाधित हुआ वहां मतदान का समय बढ़ाया जाए जिससे कि कोई भी मतदाता वोट देने से वंचित न रहे।
गोंदिया-भंडारा सीट पर 38 ईवीएम मशीन खराब होने की शिकायत मिली है। पालघर में भी कई ईवीएम खराब पाई गई हैं। कई वीवीपैट मशीन से प्रिंट आउट नहीं आए। चुनाव आयोग का कहना है कि ईवीएम धूल के कारण काम नहीं कर रहे हैं।
उत्तराखंड की थराली विधानसभा की घाट ब्लॉक के सरपानी पोलिंग बूथ पर ईवीएम खराब होने की खबर है। लोगों का कहना है कि दूसरे नम्बर का बटन नहीं दब रहा है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. जीतराम का नाम है। निर्वाचन विभाग की ओर से यहां नई मशीन भेजी गई।
राजेंद्र चौधरी की मानें तो, मशीनों में ख़राबी जानबूझकर कराई गई। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पहले ही कहा था कि चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएं लेकिन जानबूझकर मशीनों को ख़राब किया गया है ताकि लोग मतदान न कर पाएं। ये मशीनें उन्हीं जगहों पर ख़राब क्यों हो रही हैं जहां ये पता है कि बीजेपी को लोग बिल्कुल वोट नहीं देंगे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एल. वेंकटेश्वर लू द्वारा ईवीएम की खराबी का कारण भीषण गर्मी बताए जाने के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘आज कहा जा रहा है कि गर्मी के कारण ईवीएम काम नहीं कर रही है, कल कहेंगे बारिश और ठंड की वजह से ऐसा हो रहा है। कुछ लोग जनता को लाइन में खड़ा कर अपनी सत्ता की हनक दिखाना चाहते हैं। हम पेपर बैलेट वोटिंग की मांग को एक बार फिर दोहराते हैं।’