ओपिनियन पोस्ट ब्यूरो
पंजाब के कलाकार इन दिनों बेहद डरे हुए हैं। पुलिस से उनका भरोसा उठा हुआ है। अपनी सुरक्षा के लिए अब निजी सुरक्षा दस्ता तैयार कर रहे हैं। आलम यह है कि घर से बाहर निकलते हुए उन्हें हर वक्त डर लगा रहता है। कहीं कोई वारदात उनके साथ न हो जाए। यह इसलिए हो रहा है क्योंकि पंजाबी कलाकार और गायक गैंगस्टरों के निशाने पर हैं। यह कुछ कुछ ऐसा ही है, जैसा कभी मुंबई में होता था। अब ठीक वैसा ही पंजाब में हो रहा है। बदमाशों ने एक या दो पंजाबी कलाकारों को टारगेट नहीं किया, दो माह में पांच पंजाबी कलाकारों को धमकी मिल चुकी है। इनमें से एक उभरते गायक नवजोत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो माह बीतने के बाद भी इस हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। नवजोत सिंह की हत्या से पहले पंजाबी गायक परमीश वर्मा को गोली मारी गई थी। उस समय परमीश वर्मा ने दावा किया था कि गैंगस्टर दिलप्रीत ने फिरौती के लिए उन्हें धमकियां दी थीं और फिरौती न देने पर हमला किया गया। नवजोत सिंह और परमीश वर्मा के साथ वारदात के बाद ताजा घटना पंजाबी गायक गिप्पी ग्रेवाल को फिरौती की धमकी दिए जाने की है।
गिप्पी ग्रेवाल ने दावा किया है कि उन्हें गैंगस्टर दिलप्रीत से जान से मारने की धमकी मिली है। इस धमकी के बाद गिप्पी ग्रेवाल कनाडा रवाना हो गए। मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप चहल के अनुसार गिप्पी ने ऐसा कोई फोन नंबर नहीं दिया जिससे धमकी दी गई है लेकिन यह जांच का विषय है। गिप्पी की ताजा फिल्म कैरी आॅन जट्टा-2 हाल ही में रिलीज हुई है। गिप्पी ग्रेवाल से दस लाख रुपये की फिरौती मांगी गई।
सिर दुपट्टे से न ढंकने पर धमकी
पार्श्व गायिका जेनी जोहल के अनुसार उन्हें परम्परागत पंजाबी पोशाक न पहनने और गायन के समय सिर दुपट्टे से न ढंकने के लिए गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दी गई है। उसे धमकाया गया कि उसका लिबास सिखों के अनुरूप नहीं है। उससे सिख धर्म में आस्था रखने वालों की भावना आहत होती है। संगीत निदेशक गोल्डी को कुछ दिन पहले ही धमकी दी गई थी। गीतकार बंटी बैंन्स को भी धमकियां दी गर्इं।
बंटी ने बताया कि मुंह ढके कार सवार चार लोगों ने पिछले फरवरी माह में उसका पीछा किया और कुछ दिन बाद घर के बाहर खड़ी उनकी कार क्षतिग्रस्त कर दी गई। इन गायकों ने बताया कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि आखिर इसके पीछे है कौन? वह चाहता क्या है? क्योंकि बड़ी बात तो यह है कि पहले यह पता चले कि धमकाने वाले की मंशा क्या है? पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा का कहना है कि यह देखना होगा कि क्या मामला ऐसा ही है जैसा दिख रहा है या इसके पीछे कुछ अलग वजह है। पुलिस की जांच टीम के सीनियर अधिकारी ने बताया कि ऐसा भी लगता है कि इसके पीछे गायकों की प्रतिद्वंद्विता भी एक बड़ी वजह हो सकती है। ऐसा लगता है कि जो दिख रहा है वह है नहीं क्योंकि जिस तरह से वारदात हो रही हैं, उससे बदमाशों की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं।
मनोरंजन उद्योग सकते में ऐसी वारदातों के बढ़ने से पंजाब मनोरंजन उद्योग सकते में है। पंजाबी फिल्म समीक्षक एसएस बावा ने बताया कि अब यहां की फिल्म 50 करोड़ के क्लब को पार कर रही है। गायकी के क्षेत्र में भी पंजाबी कलाकार विश्व में छाए हुए हैं। ऐसे में बदमाशों के लिए यहां के कलाकार साफ्ट टारगेट हो सकते हैं। एसएस बावा का यह भी कहना है कि पंजाब का रेडिकल सिखों का एक ऐसा तबका है जो यह मानता है कि पंजाबी गायकी से सिख धर्म को नुकसान हो रहा है। इसकी छवि बिगड़ रही है। खासतौर पर महिला सिंगर के प्रति उनकी सोच ऐसी है। अब ऐसी सोच के लोग ऐसे कलाकारों को धमकाना चाह रहे हैं। इसलिए सीधे सीधे धमकाने के बजाय उन्हें फिरौती आदि की धमकी देकर डरा रहे हैं। पंजाब में कुछ ऐसे शातिर बदमाश हैं, जिन्हें रेडिकल सोच वाले सिखों का समर्थन मिला हुआ है। पंजाबी गीतकार सतेंद्र सिंह ने बताया कि ये मामले तो वे हैं जो सामने आ गए, बहुत से मामले सामने आते ही नहीं। कलाकार किसी विवाद से बचने के लिए चुपचाप बदमाशों की मांग पूरी कर देते हैं। सतेंद्र सिंह ने बताया कि ऐसा लगता है कि बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से कलाकारों पर बदमाश दबाव बना रहे हैं।