असम विधानसभा के प्रथम चरण का चुनाव खत्म हो चुका है। सूबे के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने ओपिनियन पोस्ट से बातचीत की। उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश :
क्या यह आपका अंतिम चुनाव है?
हां, यह मेरा अंतिम चुनाव है। इसलिए मतदाताओं से अपील है कि वे एक बार फिर मुझे अपनी सेवा करने का मौका दें ताकि मैं अधूरे रहे कार्यों को पूरा कर सकूं।
चुनाव परिणाम से क्या उम्मीद है?
कांग्रेस को 126 में से 60 से अधिक सीटें मिलेंगी। हम अपने बलबूते पर सरकार बनाने में कामयाब होंगे।
भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल के बारे में क्या कहेंगे?
भाजपा ने भले ही सोनोवाल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया हो मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी दक्षता पर भरोसा नहीं है। यदि होता तो उनसे कौशल विकास जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय न छीना होता।
इस बार कांग्रेस की लोकप्रियता घटी है?
लगातार 15 सालों तक सत्ता में रहने के बाद कुछ क्षेत्रों में सत्ता विरोधी लहर होना स्वाभाविक है। मगर इस बार लोकसभा चुनाव की तरह कोई मोदी लहर नहीं है। ऐसे में हमें बहुमत तक पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी।
प्रदेश कांग्रेस में किसी तरह का असंतोष है?
हिमंत विश्वशर्मा और उनके सहयोगी विधायकों के भाजपा में चले जाने के बाद प्रदेश कांग्रेस में किसी भी तरह का असंतोष नहीं है। इसका फायदा हमें विधानसभा चुनाव में जरूर मिलेगा। लोकसभा चुनाव के बाद स्थिति काफी हद तक बदल चुकी है। अब हम शांति के साथ अपना चुनाव अभियान चला रहे हैं।
आपके परंपरागत वोटर खिसके हैं?
भाजपा हिंदुत्व के नाम पर वोट मांग रही है तो एआईयूडीएफ की नजर मुख्यत: मुस्लिम मतदाताओं पर है। हम जीतकर सांप्रदायिक शक्तियों को सत्ता में आने से रोकने में कामयाब होंगे। हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते। इसलिए हमें समाज के हर वर्ग का वोट मिलता रहा और भविष्य में भी मिलेगा।
आपके उत्तराधिकारी कौन-कौन हो सकते हैं?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अंजन दत्त सहित अन्य कई हैं जो भविष्य में मेरे उत्तराधिकारी हो सकते हैं।
भाजपा किन मुद्दों पर चुनाव में कांग्रेस को पछाड़ सकती है?
भाजपा हमेशा सांप्रदायिक आधार पर चुनाव जीतना चाहती है। इस बार भी वह इसी फंडे को अपना रही है।