महिलाओं के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटने के बाद सबरीमाला मंदिर बुधवार को पहली बार मासिक पूजा के लिए खोला जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने 12वीं सदी के भगवान अयप्पा के मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटा दिया था।
केरल सरकार ने कहा है कि हम कोर्ट के आदेश को लागू करेंगे। नीलाक्कल स्थित बेस कैंप में एक हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
हालांकि पूरे राज्य में अदालत के फैसले का विरोध किया जा रहा है। मी अयप्पा के दर्शन के लिए महिला श्रद्धालु जुटने लगीं हैं। मंदिर परिसर के बाहर विरोध-प्रदर्शन और तनाव के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
भगवान अयप्पा की सैकड़ों महिला भक्तों ने निलक्केल में कई वाहनों को रोककर चेक किया। इस दौरान वे मासिक धर्म की उम्र वाली महिलाओं को आगे जाने से रोक दिया। इसके बाद तनाव और बढ़ गया है। मंदिर परिसर से करीब 20 किलोमीटर दूर निलक्कल बेस कैंप में भगवान अयप्पा के बहुत सारे भक्त ठहरे हुए हैं।