जीएसटी से दिक्कत नहीं
बिहार सेंट्रल चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष एवं व्यवसायी देवेंद्र कुमार जैन का मानना है कि राष्ट्र हित में और देश के चहुंमुखी विकास के लिए दोबारा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनना जरूरी है. बहुत दिनों बाद देश को एक मजबूत प्रधानमंत्री मिला है, जिसने पूरी दुनिया में अपने कार्यों से साबित कर दिया कि अब कोई देश किसी अंतरराष्ट्रीय मामले में बिना भारत की सहमति के कोई निर्णय नहीं कर सकता. साफ है कि अब भारत की उपेक्षा संभव नहीं है. नरेंद्र मोदी की योजनाएं और उनके कार्य देश के लिए होते हैं, इसलिए इस बार भी केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बननी तय है. जीएसटी एवं नोटबंदी से एक नंबर का काम करने वाले लोगों को कोई परेशानी नही हो रही है. मोदी सरकार छोटे व्यापारियों के लिए भी बहुत काम कर रही है.
एनडीए के पक्ष में गोलबंदी
सीतामढ़ी जिले के परिहार विधानसभा क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक राम नरेश यादव का कहना है कि जनता विकास के नाम पर आजादी के बाद से लगातार वोट देती रही है. लेकिन, सात दशकों के बाद भी लोगों को समस्याओं से निजात नहीं मिल सकी. जब देश में एनडीए की सरकार बनी, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गांव, गरीब एवं किसान के हित में काम हुए. घर-घर रसोई गैस, बिजली एवं शौचालय के साथ-साथ गरीबों के इलाज के लिए योजना बनी. इसलिए जनता पुन: एनडीए के पक्ष में गोलबंद है. एनडीए सरकार ने किसानों के लिए हर साल छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता शुरू की है. साथ ही वह देश के स्वाभिमान के रक्षार्थ संकल्पित है.
मजबूर नहीं, मजबूत सरकार
सीवान के जाने-माने फिजिशियन डॉ. शंकर सिंह का मानना है कि भाजपा वादे में नहीं, इरादे में विश्वास करती है. राष्ट्रीय सुरक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण, आम लोगों के लिए आर्थिक एवं स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं, रोजगार के अवसर बढ़ाने और गरीबी कम करने जैसे मुद्दों पर भाजपा फोकस करती है. अब जनता को मजबूत सरकार चाहिए, न कि मजबूर सरकार. मेरा मानना है कि भारत के सामने कई अंतरराष्ट्रीय चुनौतियां हैं, जिनका सामना नरेंद्र मोदी ने पिछले पांच सालों में अच्छे तरीके से किया है.
फेल हैं नरेंद्र मोदी
सीतामढ़ी विधानसभा क्षेत्र के राजद विधायक सुनील कुमार का कहना है कि केंद्र सरकार हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुई है. 2014 के चुनाव के समय देश की जनता से किया गया एक भी वादा पूरा नहीं हो सका. दो करोड़ नौजवानों को नौकरी देने, काला धन वापस लाने एवं मेक इन इंडिया जैसे नारे धरे के धरे रह गए. महंगाई, भ्रष्टाचार व उग्रवाद चरम पर है. देश की जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है. नरेंद्र मोदी सरकार ने संविधान की मूल भावना के साथ खिलवाड़ किया है. इसलिए जनता किसी भी सूरत में एनडीए को वोट नहीं देगी.
नहीं चलेगी जुमलेबाजी
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मुस्लिम कल्याण संगठन के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मो. नसीम रब्बानी कहते हैं कि विकास की बातें करने वाली एनडीए सरकार ने लोगों को ठगने का काम किया. जनता अब दोबारा ठगाने का काम नहीं करेगी. इस बार राहुल गांधी की अगुवाई में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है. एनडीए सरकार के कार्यकाल में सिर्फ वादे किए गए, विकास बिल्कुल नहीं हुआ. यह जुमलेबाजों की सरकार साबित हुई. नौजवान रोजगार के लिए भटक रहे हैं और मोदी सरकार से उम्मीद छोड़ चुके हैं.
सही नेतृत्व की जरूरत
वाल्मीकि नगर संसदीय क्षेत्र के बगहा निवासी अमिताभ तिवारी का कहना है कि नरेंद्र मोदी ने 2014 के चुनाव में जो वादे किए थे, उन्हें पूरा किया नहीं, उल्टे देश का सामाजिक सौहाद्र्र खराब होता चला गया. महंगाई बढ़ गई, किसानों को राहत नहीं दी गई. नोटबंदी एवं जीएसटी से आम लोगों को परेशानी हुई. अब लोगों का मोदी और भाजपा से मोहभंग हो गया है, महागठबंधन की लहर है. देश को सही नेतृत्व की जरूरत है. इसलिए इस बार एनडीए सरकार को विदा कर देना है और मजबूत इरादे वाली सरकार लानी है.