पेशावर। आतंकवाद की फसल तैयार करने वाले पाकिस्तान को ही उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। वहां की एक मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज के वक्त सुसाइड बम ब्लास्ट में 16 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। मस्जिद अफगानिस्तान के बॉर्डर वाले कबायली इलाके में है। अब तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। धमाका उस समय हुआ जब लोग शुक्रवार की नमाज़ अदा कर रहे थे। डॉन न्यूज़ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि आत्मघाती हमले में कम से कम 25 लोग घायल हुए हैं। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार विस्फोट आत्मघाती हमला था और हमलावर ने मस्जिद के बरामदे पर आत्मघाती हमला किया। बचाव कार्य जारी है और घायलों को बाजौ़ड़ के ज़िला अस्पताल ले जाया गया है।
इलाके के डिप्टी एडमिनिस्ट्रेटर नावीद अकबर में बताया कि नमाज के चलते मस्जिद में काफी भीड़ थी। सुसाइड बॉम्बर ने अल्ला हू अकबर चिल्लाते हुए खुद को उड़ा लिया। लोकल मीडिया के मुताबिक, अब तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, तहरीक-ए तालिबान लगातार इस इलाके में आतंक फैलाने का काम कर रहा है।
पिछले एक दशक में आतंकियों ने पाकिस्तान में स्कूल और मस्जिद जैसे सॉफ्ट टार्गेट चुने हैं। सितंबर 2015 में पेशावर में वायुसेना के बेस कैंप मस्जिद पर आतंकियों ने हमला किया जिसमें 29 की मौत हुई थी। 2014 में पेशावर के स्कूल पर हुए आतंकी हमले में 132 बच्चों समेत 142 लोगों की मौत हुई थी। 2002 से अब तक सिर्फ मस्जिदों में हुए धमाकों में 1,330 लोगों की जान जा चुकी है।