संयुक्तराष्ट्र। पाकिस्तान ने आतंकी का महिमामंडन कर यहां खुद को दोषी साबित कर दिया है। भारत ने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला और उसे ‘आतंकवादी राष्ट्र’ करार देते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को ‘देश की नीति के औजार’ के रूप में इस्तेमाल करते हुए ‘युद्ध अपराधों’ को अंजाम दे रहा है। इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्तराष्ट्र में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी का महिमामंडन किया था।
भारत ने शरीफ की ‘बगैर किसी शर्त के गंभीर और दीर्घकालिक द्विपक्षीय वार्ता’ की मांग को खारिज कर कहा कि पाकिस्तान का संचालन कोई सरकार नहीं बल्कि युद्ध की मशीन कर रही है। वह अपने हाथों में बंदूक लेकर बात करना चाहता है। संयुक्तराष्ट्र महासभा सत्र में शरीफ की टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर ने कहा कि वैश्विक मंच पर वानी का महिमामंडन करके शरीफ ने पाकिस्तान को ‘दोषी साबित’ कर दिया है। उन्होंने शरीफ की टिप्पणियों को ‘आतंक और धमकी’ से भरी हुई बताया जिनका तथ्यों से कोई सरोकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह ‘स्तब्ध’ कर देने वाला है कि एक देश का नेता संयुक्तराष्ट्र महासभा जैसे मंच पर ‘स्व-घोषित व स्व-प्रचारित आतंकवादी का महिमामंडन कर रहा है। शरीफ के संबोधन पर सवाल पूछे जाने पर यहां भारतीय संवाददाताओं से अकबर ने कहा कि उन्होंने आतंकवादी का जिस तरह महिमामंडन किया है उसे हमने सुना है। बुरहान वानी हिज्बुल मुजाहिदीन का स्व घोषित आतंकी था। यह संगठन अतंरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी समूह माना जाता है। यह तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा अपराध कबूल लेने जैसा हुआ।
शरीफ के लगभग बीस मिनट के भाषण का आधा हिस्सा कश्मीर पर आधारित था। इसमें उन्होंने आतंकवादी बुरहान वानी को ‘युवा नेता’ और कश्मीर की आजादी के अभियान का ‘प्रतीक’ बताया था। वानी 8 जुलाई को भारतीय सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उसकी मौत के बाद घाटी में तनावपूर्ण हालात पैदा हो गए थे।