नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के उड़ी में आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद उड़ी ब्रिगेड हेडक्वार्टर के कमांडर ब्रिगेडियर के. सोमशेखर को ब्रिगेड से हटा दिया गया है। सरकार ने उड़ी हमले में चूक के बाद यह बड़ी कार्रवाई की है। कर्नल यशपाल उनकी जगह लेंगे।
सेना के सूत्रों ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए इस तरह के कदम उठाए जाते हैं। उन्हें जांच पूरी होने तक वापस नहीं लिया जाएगा। उन्हें सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार मानते हुए कहा गया है ऐसे में सेना की जांच पूरी होने तक वह निलंबित रहेंगे। जांच एनआईए कर रही है।
रक्षा सूत्रों ने बताया कि ब्रिगेडियर के. सोमशेखर को संवेदनशील ब्रिगेड से हटा दिया गया है और सेना की 28 माउंटेन डिवीजन के एक अधिकारी उड़ी ब्रिगेड के कमांडर के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
पिछले 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उड़ी में सेना पर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारतीय सेना ने सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है। कई जगहों पर घुसपैठ की कोशिशों को भी सेना ने नाकाम किया है। उड़ी में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 15 आतंकियों पर सेना ने फायरिंग की थी, जिनमें 10 आंतकी मारे गए थे पर बाकी 5-6 आतंकी भाग गए थे। इसके बाद से भारत के लोगों में पाकिस्तान के प्रति गुस्सा है।
आतंकी हमले के जवाब में भारतीय बलों ने पिछले 28 सितंबर को एलओसी यानी लाइन ऑफ कंट्रोल को पार करके पीओके यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर कई आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। इस कार्रवाई में दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचा था।
पाकिस्तान ने भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को झूठ बताया। उसने कहा कि भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक नहीं किया बल्कि युद्ध विराम को तोड़ा था। इस दौरान पाकिस्तान के 2 सिपाही मारे गए थे। पाकिस्तान ने मारे गए उन सिपाहियों की तस्वीरें भी जारी की थीं, जो हवलदार थे। उनमें से एक का नाम जुम्मा खान और दूसरे का नाइक इम्तियाज था।
उधर, बृहस्पतिवार को पाकिस्तान पर ईरान ने भी हमला किया था। ईरान की सेना ने उस पर मोर्टार दाग दिए थे। ईरान की तरफ से ये मोर्टार बलूचिस्तान के इलाके में दागे गए थे। ईरान ने तीन मोर्टार दागे थे।