बेंगलुरु में नए साल के जश्न के दौरान कई महिलाओं ने छेड़छाड़ की शिक़ायत सामने आई है। वहीं महिलाओं के साथ छेड़छाड़ पर कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वरा ने आपत्तिजनक बयान दिया है। उनका कहना है कि इस तरह की चीज़ें तो होती रहती हैं। परमेश्वरा ने युवाओं के रहन-सहन के पश्चिमी तौर-तरीकों को घटना के लिए जिम्मेदार बताया है।
परमेश्वरा के इस बयान की विपक्षी पार्टियों ने तीखी आलोचना की है। सोशल मीडिया पर भी परमेश्वरा पर लोग अपना ग़ुस्से निकाल रहे हैं।
मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक़ पुलिस ने भी कहा कि ऐसी घटनाएं आम हैं और अब तक कोई महिला औपचारिक शिकायत के लिए सामने नहीं आई है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम ने पुलिस की कड़ी आलोचना की और गृहमंत्री जी। परमेश्वर की टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। राष्ट्रीय और राज्य महिला आयोग ने घटनाओं को लेकर पुलिस और प्रशासन से अलग-अलग रिपोर्ट मांगी है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 31 दिसंबर की रात नए साल की पार्टी के लिए यहां हजारों की संख्या में लोग जुटे थे। भीड़ नियंत्रित करने के लिए 1500 पुलिसकर्मी तैनात थे। इसके बावजूद असामाजिक तत्वों ने महिलाओं के साथ छेड़खानी की और उनपर भद्दी तथा अश्लील टिप्पणियां कीं। पार्टी में अकेले आई महिलाओं को वहां मौजूद महिला पुलिसकर्मियों की सहायता लेनी पड़ी। महिलाओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।