संध्या द्विवेदी
तीन औरतें नकाब से ढकी मगर बिंदास मस्ती करती हुई। बास्केट बॉल खेलती हुईं। स्केटिंग करती हुईं। गाती-नाचतीं। इन औरतों ने कट्टरपंथी इस्लामिक देशों में हलचल मचा दी है। यह औरतें स्क्रीन के भीतर हैं। बाहर होतीं तो अब तक सजा दे दी गई होती। हाल ही में फेसबुक में फोटो डालने पर सऊदी अरब की एक लड़की की खूब लानत मलानत हुई थी। न केवल उसे फोटो हटानी पड़ी बल्कि माफी मांगनी पड़ी थी।
दरअसल माजीद एलेसा नाम के म्यूजसियन ने एक वीडियो जारी किया है। इसका शीर्षक है-‘ह्वजेस’ इसका हिंदी में अर्थ है, मुद्दा। और बोल हैं- काश हमें मानसिक बीमार करने वाले यह मर्द धरती से लुप्त हो जाएं, अल्लाह हमें इन मर्दों से छुटकारा दिलाए। वीडियो की शुरुआत गाड़ी का स्टेरिंग पकड़े आठ-दस साल के बच्चे से होती है। पीछे तीन औरतें बैंठी हैं। दरअसल सऊदी अरब में औरतों को गाड़ी चलाने का हक नहीं है। बिना किसी मर्द के औरतें बाहर नहीं निकल सकतीं। बिना मर्द के नौकरी करने की सोच तो यहां एक दुःस्वप्न है।
सऊदी असब के म्यूजिसियन माजीद एलेसा ने इसी सोच पर प्रहार करते हुए एक वीडियो बना डाला। इसे इतनी लोकप्रियता मिली की एक हफ्ते में 25 लाख लोगों ने इसे यू-ट्यूब में देखा। मगर वीडियो में यह नाचती-गाती औरतें, जिंदादिल औरतें इस्लाम के रहनुमाओं और पितृसत्ता के खिलाफ एक चुनौती हैं।
माजीद एलेसा तो बदनाम हैं, ऐसी कट्टरपंथी सोच के खिलाफ आवाज उठाने के लिए। इससे पहले भी इनके हिप-हॉप वीडियो पर खूब हंगामा कटा था। हंगामे में घी डालने का काम किया मनाल अल-शरीफ ने। यह वही सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने ‘वुमेन-टू-ड्राइव’ नाम से 2011 में एक आंदोलन चलाया था। जिसके बाद इन्हें नौ दिनों की जेल हुई थी।
मनाल ने यह वीडियो अपनी वॉल पर शेयर कर दिया। फिर क्या था, मनाल की वॉल पर धमकियां आनी शुरू हो गईं। मगर मनाल कहती हैं-आप जब भी कुछ नया करते हैं तो विरोध होता ही है। 100 लोगों में बीस लोग आपका विरोध करते हैं, 20 लोग समर्थन। मगर साठ लोग चुप होते हैं।
ये लोग डरे हुए होते हैं। बस इन्हीं डरे हुए लोगों को समझाना हैं। उनके मन से डर निकालना है। मनाल सऊदी अरब में महिला आंदोलन का एक बड़ा चेहरा हैं। औऱ कट्टरपंथी लोगों के आंखों की किरकिरी भी। मनाल कहती हैं-यहां लड़कियों को उनकी मांएं उनके नाम से नहीं बल्कि उनके भाईयों के नाम से बुलाती हैं। यानी नकाब से चेहरों वाली इन लड़कियों के नाम भी गुम हो जाते हैं।