चेन्नई।
पनीरसेल्वम के इस्तीफे के बाद शशिकला के सीएम बनने का रास्ता साफ हो गया है। खुद पनीरसेल्वम ने सीएम पद के लिए शशिकला के नाम की पेशकश की। इसलिए तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला सूबे की अगली सीएम होंगी। लेकिन शशिकला की राह आसान नहीं होगी, क्योंकि पार्टी में काफी फूट है।
पार्टी के भीतर दो गुट हैं एक गुट पीएम नरेंद्र मोदी के पक्ष में है तो दूसरा खिलाफ। राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी को अपने कैंडिडेट को जिताने के लिए एआईएडीएमके के समर्थन की सख्त जरूरत होगी और उस दौरान पार्टी की कलह खुलकर सामने आ सकती है।
शशिकला के लिए परेशानी की बात ये है कि वो कभी भी सीधे तौर पर राजनीति की खिलाड़ी नहीं रही हैं। कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा और पर्दे के पीछे से ही पार्टी को संभालती रही हैं। ऐसे में उन्हें अपने सक्रिय राजनीति की अनुभवहीनता का खमियाजा भुगतना पड़ सकता है। उनके सामने जो विपक्ष है वो काफी मजबूत है।
शशिकला नटराजन थेवर समुदाय से हैं। उनका प्रभाव जयललिता के करीबी लोगों में है और जयललिता के जीवन में वो परदे के पीछे से पार्टी का काम देखती थीं।
शशिकला ने कहा, अम्मा के सिद्धांतों पर चलेगी सरकार
विधायक दल की नेता चुनी जाने पर शशिकला ने कहा, “हमारी अम्मा के निधन के बाद पनीरसेल्वम ही वो शख्स हैं जिन्होंने सबसे पहले मुझे सीएम बनने के लिए जोर दिया।” इसके साथ शशिकला ने कहा कि तमिलनाडु की सरकार हमेशा ही जनता की भलाई के लिए काम करती है और अम्मा के दिखाए रास्ते और सिद्धांत पर चलेगी।
तमिलनाडु की तीसरी महिला सीएम होंगी शशिकला
जयललिता के निधन के बाद शशिकला पार्टी की महासचिव चुनी गई थी। 31 दिसंबर 2016 को शशिकला पार्टी महासचिव चुनी गई थीं। तमिलनाडु में शशिकला को ही जलललिता का राजनीतिक वारिस माना जाता रहा है और अब वो राज्य की अगली सीएम बनने जा रही हैं। जानकी रामाचंद्रन और जयललिता के बाद शशिकला तीसरी महिला होंगी जो तमिलनाडु के सीएम की कुर्सी संभालेंगीं।