ओपिनियन पोस्ट
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था के हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्तमंत्री अरूण जेटली पर हमला बोला है। राहुल ने ट्वीट करके आरोप लगाया कि पीएम मोदी की ‘विभाजनकारी राजनीति’ के कारण भारत का बैंक क्रेडिट ग्रोथ 63 साल और रोजगार सृजन आठ साल के निचले स्तर पर चला गया है। राहुल ने अपने ट्वीट में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) को एक नया नाम ‘सकल विभाजनकारी राजनीति’ Gross Divisive Politics (GDP) दिया।
हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने कई आर्थिक उपलब्धियां हासिल की हैं। बीजेपी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने राहुल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए उन्हें निराशा और विषाद का पैरोकार बताया है।
राहुल ने ट्वीट कर जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) को एक नया नाम दिया। साथ ही उन्होंने ट्वीट में आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश में नया निवेश पिछले 13 सालों में सबसे निचले स्तर पर है। साथ ही बैंक के ऋण कारोबार में वृद्धि 63 वर्षों में निम्नतम स्तर पर है।
राहुल ने कहा कि नौकरियों के मौके पिछले आठ सालों में सबसे कम हैं, सकल मूल्य वर्धन के आधार पर कृषि उत्पादन में वृद्धि की दर 1.7 फीसदी तक कम हुई और राजकोषीय घाटा पिछले आठ सालों में सबसे ज्यादा बढ़ा है और साथ ही परियोजनाएं भी बीच में लटकी हुई हैं।
इसी बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने भी अर्थव्यवस्था के हालात को लेकर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी छाने का जो डर व्याप्त था, वह सच साबित हुआ। उन्होंने कहा कि भारत के मजबूत विकास के जो दावे मोदी सरकार कर रही थी, वह खोखले साबित हो गए। उन्होंने कहा कि आंकड़ों ने साफ कर दिया है कि किस प्रकार विकास दर नीचे जा रही है।