सीबीआई यूपीए युग के एक और घोटाले की जांच कर रही है. देश की इस शीर्ष जांच एजेंसी ने साल 2010 में पदोन्नति और नियुक्तियों के लिए निर्धारित नियमों के कथित उल्लंघन के लिए एयर इंडिया के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अरविंद जाधव और चार अन्य पूर्व अधिकारियों को आरोपित किया है. जाधव के साथ सीबीआई ने एलपी नखवा (अब सेवानिवृत्त), तत्कालीन महाप्रबंधक (चिकित्सा सेवाएं), तत्कालीन अतिरिक्त महाप्रबंधक ए कथपालिया, अमिताभ सिंह एवं रोहित भसीन को आरोपित किया है. उन पर आपराधिक साजिश से संबंधित आईपीसी की धाराओं और साल 2009-10 में महाप्रबंधक रैंक के अधिकारियों की नियुक्ति में मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आरोप निर्धारित किए गए हैं.
प्राथमिकी के अनुसार, महाप्रबंधक पद पर पदोन्नति के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की सिफारिश करने के लिए जाधव ने एक अवैध तीन सदस्यीय चयन पैनल गठित किया. उन्होंने आपराधिक मामलों और सतर्कता शिकायतों का सामना करने वाले अधिकारियों को कथित तौर पर पदोन्नति दी. पैनल ने कथपालिया, सिंह और भसीन सहित पांच लोगों की सिफारिश की थी. भले ही कथपालिया अपने ऊपर लंबित आपराधिक मामले का सामना कर रहे थे, लेकिन उन्हें कथित तौर पर सतर्कता मंजूरी दे दी गई थी. अन्य दो को भी उनके खिलाफ शिकायतों के बावजूद चुना गया था.
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