2007 में अजमेर दरगाह पर विस्फोट में दोषी ठहराए गए देवेंद्र गुप्ता और भावेश पटेल को आजीवन क़ैद की सज़ा सुनाई है। कोर्ट ने भावेश पर 10 हजार और देवेंद्र पर 5 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
एनआईए के विशेष कोर्ट ने जयपुर में बुधवार को 2007 में अजमेर दरगाह पर विस्फोट में दोषी ठहराए गए देवेंद्र गुप्ता और भावेश पटेल को आजीवन क़ैद की सज़ा सुनाई है। दरअसल,, 2007 में हुए इस विस्फोट में तीन लोग मारे गए थे और 17 लोग घायल हुए थे। यह विस्फोट साल 2007 में 11 अक्टूबर को रमज़ान के महीने में हुआ था।
देवेंद्र गुप्ता और सुनील जोशी आरएसएस के पूर्व कार्यकर्ता रहे हैं। तीनों को एनआईए कोर्ट ने बम प्लांट करने और धार्मिक भावना भड़काने के मामले में दोषी ठहराया था। देवेंद्र गुप्ता और भावेश पटेल को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया था जबकि सुनील जोशी की धमाके के ठीक बाद रहस्यमय तरीके से मौत हो गई थी।