वीरेंद्र नाथ भट्ट।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को अपने चाचा शिवपाल यादव को सबक सिखाने के बजाय उनको अपना वोट दिया। अखिलेश यादव ने सैफई में अपना वोट चाचा को दिया। मतदान के बाद अखिलेश ने चाचा का नाम लेने से परहेज़ किया और कहा कि उन्होंने साइकिल का बटन दबाया है और साइकिल सबके लिए बराबर है। अखिलेश ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए वोट दिया है।
चाचा को सबक सिखाने के बयान पर प्रश्न किए जाने पर अखिलेश पत्रकारों पर बिगड़ गए। कहा, ‘आप लगता है कि सैफई में नए आए हैं, आपको कुछ पता नहीं है, पता नहीं कौन सी बात कहां जोड़ रहे हैं। मैंने समाजवादी पार्टी को वोट दिया है। साइकिल आगे बढ़े यही लक्ष्य है कि साइकिल आगे बढ़ती रहे।’। अखिलेश यादव ने 16 फरवरी को इटावा में आयोजित चुनाव सभा में चाचा का नाम लिए बिना कहा था कि जनता शिवपाल यादव को सबक सिखाने यानी हरवाने का काम करेगी। लेकिन अखिलेश यादव ने रविवार को सैफई में अपना वोट चाचा को दिया।
मतदान के बाद अखिलेश ने चाचा का नाम लेने से परहेज़ किया और कहा कि उन्होंने साइकिल का बटन दबाया है। उधर, मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ही जसवंत नगर के कटिया पुर गांव में शिवपाल यादव के काफिले पर पथराव की घटना की खबर है। पथराव में शिवपाल यादव के गनर को चोट आई है। शिवपाल यादव ने इस घटना को पूर्व नियोजित और सोची समझी साजिश बताया। इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीना इस तरह की किसी घटना से इनकार किया।
अपने खिलाफ साजिश और भितरघात की आशंका से परेशान शिवपाल यादव रविवार को सुबह से ही अपने क्षेत्र जसवंत नगर में गांव गांव का दौरा कर वोटरों से मतदान का आग्रह करते देखे गए। मतदान तो सुबह सात बजे शुरू हो गया था लेकिन शिवपाल 2 बजे तक वोट डालने का मौक़ा नहीं निकाल पाए थे।