आज ऑपरेशन ब्लू स्टार की 32 वीं बरसी है। एसजीपीसी ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की 32वीं बरसी पर मीडिया की कवरेज पर लगाई गई रोक को वापस ले लिया है। मुख्य सचिव हरचरण सिंह ने कहा कि मीडिया कवरेज के दौरान श्री हरिमंदिर साहिब की पवित्रता को बनाए रखे। इससे पहले मीडिया कवरेज पर रोक लगाने की बात सामने आई थी। इसकी वजह सुरक्षा माना जा रहा था। कमेटी ने पुलिस कमिश्नर को लिखे लेटर में भी इसके लिए मदद मांगी थी। कमेटी के चीफ सेक्रेटरी हरचरण सिंह ने कहा था कि मीडिया की दखल के कारण सिखों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचती है।
सुरक्षा के चलते हर साल की तरह पंजाब के अमृतसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चारों ओर सुरक्षा का कड़ा पहरा है। किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए उग्र नेताओं की गिरफ्तारियां की गई है। इसके साथ ही दरबार साहिब के अंदर सिविल ड्रेस में 150 सिक्युरिटी फोर्स और एसजीपीसी की अपनी टास्क फोर्स भी तैनात कर दी गई है। एहतियात के तौर पर पुलिस ने दल खालसा के स्पोक्सपर्सन कंवरपाल सिंह, गुरदीप सिंह बठिंडा को कस्टडी में ले लिया है। इसी तरह से सरबत खालसा में अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ध्यान सिंह मंड तथा शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के मुखी सिमरनजीत सिंह मान को उनके घरों में ही नजरबंद किया गया है। बताया जा रहा है कि सुबह शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के खन्ना के प्रधान जत्थेदार दीदार सिंह राणो को भी पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया है।
वहीं पुलिस के मुताबिक किसी भी स्थिति में दुकानें या अन्य व्यावसायिक संस्थान जबरन बंद नहीं कराने दिए जाऐंगे।
सरबत खालसा में जत्थेदार बाबा बलजीत सिंह दादूवाल ने एलान किया- वह हरियाणा में हैं और 6 जून को दरबार साहिब में माथा टेकने जरूर आएंगे। उनका कहना है कि हम शांतिपूर्ण तरीके से आते हैं, पर सरकार माहौल खराब करने पर तुली है।
हालांकि पंजाब सरकार ने लोगों से अपील की है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर लोग शांति बनाए रखें साथ ही सरकार प्रदेश में हर कीमत पर अमन व शांति कायम रखेगी ।