अभिषेक रंजन सिंह, नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने विरूद्ध दायर एक मानहानि मामले में भाजपा नेता से माफी मांगी है। आज नई दिल्ली स्थित पटियाला हाउस कोर्ट को सौंपे पत्र में उन्होंने कहा कि मेरे कुछ पूर्व साथियों ने हरियाणा के भाजपा नेता और पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना के भष्टाचार में शामिल होने की जानकारी दी थी। उसके बाद मेरी ओर से उनके लिए कहे गए शब्दों और बयान पर खेद जताता हूं। बाद में यह जानकारी गलत साबित हुई। गौरतलब है कि भाजपा नेता ने भड़ाना ने साल 2014 में अदालत में मानहानि का मामला दर्ज कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से एक करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा था।
केजरीवाल के बयान के बाद भाजपा नेता अवतार सिंह भड़ाना ने केजरीवाल को वकालतन नोटिस भेजकर अपने बयान के लिए माफी मांगने को कहा था। उक्त नोटिस में भड़ाना ने कहा था कि केजरीवाल के बयान से समाज में उनके मान-सम्मान और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अदालत को दिए अपने पत्र में कहा कि अवतार सिंह भड़ाना की ओर से दायर मानहानि मामले में अदालत को बताना चाहता हूं कि कुछ पूर्व साथियों के दिए तथ्यों के आधार पर मेरे द्वारा भाजपा नेता के खिलाफ बयान दिया गया। इससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची। मुझे बाद में पता चला है कि उन पर लगाए आरोप झूठे निकले। बयान पर मुझे खेद है, चाहता हूं कि केस वापल ले लिया जाए।
अदालत में केजरीवाल के माफीनामे के बाद सवाल यह उठता है कि क्या वह आने वाले दिनों में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी माफी मांगेंगे। गौरतलब है कि डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद अरुण जेटली ने भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के पांच नेताओं के खिलाफ 10-10 करोड़ रुपये के दो मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
इस मुकदमे में वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पैरवी कर रहे थे। लेकिन कुछ दिन पहले उन्होंने इस मुकदमे से खुद को अलग कर लिया। इसके बाद राम जेठमलानी ने अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा और वित्त मंत्री अरुण जेटली से माफी मांगने की सलाह दी थी।