नई दिल्ली। असम के कोकराझार शहर की शांति को एकायक भंग कर दिए जाने से सभी अवाक हैं। एक ओर नुकसान का आकलन किया जा रहा है तो दूसरी ओर इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि आखिर व्यस्त बाजार में दिनदहाड़े हमला किसने कराया। बताया जा रहा है कि फायरिंग में कम से कम 13 लोग मारे गए और 18 घायल हुए हैं। हमले के बाद 3-4 आतंकवादी फरार हो गए। गोलीबारी की घटना एक साप्ताहिक बाजार की है। एक आतंकवादी ने ग्रेनेड भी फेंका था। हमले की पहले कोई ख़ुफ़िया सूचना नहीं थी। मारे गए आतंकी के पास से एके-56 राइफल और चाइनीज ग्रेनेड बरामद किए गए हैं। मारा गया आतंकी उग्रवादी संगठन एनडीएफबी का बताया जा रहा है, लेकिन सेना के सूत्रों के मुताबिक ज्यादातर पीड़ित बोडो हैं इसलिए एनडीएफबी का हाथ इन हमलों के पीछे होने का अंदेशा नहीं है। कोकराझार बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल का बेस है। पुलिस को संदेह है कि उक्त आतंकवादी प्रतिबंधित नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के विद्रोही थे, जोकि क्षेत्रीय जातीय बोडो लोगों के लिए अलग देश की मांग के लिए लड़ रहे हैं।
गृहराज्य मंत्री किरण रिजीजू ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि कोकराझार वैसे तो शांत हो गया था। यह अचानक जो घटना हुई है, बहुत ही दुखद है। इतने लोगों की मौत बहुत गलत है। राज्य सरकार से बात कर हालात का जायजा लेना होगा। पुलिस ने बताया कि दोपहर आतंकवादियों का एक गिरोह कार से आया और उसने बालाजान तिनिआली बाजार में गोलियां चलाकर 12 लोगों को मार डाला। इलाके में गश्त लगा रहे सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और एक आतंकवादी मारा गया।
पुलिस को अब तक 13 शव मिले हैं और इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया है, क्योंकि आतंकियों के आसपास की इमारतों में छिपे होने का संदेह है। सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि हम इस घटना की निंदा करते हैं और इस घटना की जानकारी जुटा रहे हैं। केंद्र को इस घटना की जानकारी दे दी गई है। हमने मृतकों परिजनों के लिए 5 लाख रुपये और घायलों के लिए एक लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।
असम के डीजीपी मुकेश सहाय ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए कहा कि आतंकियों ने बाजार में निहत्थे लोगों को शिकार बनाया। इसके पीछे एनडीएफबी का हाथ हो सकता है। करीब 3 से 4 आतंकवादियों ने मार्केट में हमला किया। उन्होंने ग्रेनेड भी फेंके। केंद्र ने अर्धसैनिक बलों की टुकड़ी को कोकराझार भेजा है ताकि व्यवस्था संभालने में प्रशासन की मदद की जा सके। सूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने गोलीबारी सुबह साढ़े 11 बजे व्यस्त बालाजन बाजार में शुरू की। इसके बाद सुरक्षाबलों ने सघन अभियान शुरू किया।
वहीं, मुख्यमंत्री ने वित्त, शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को मौके पर जाकर हालात का जायजा लेने को कहा है। सरमा ने कहा, ‘दो उग्रवादियों को काबू किया गया है और पुलिस को छह अन्य की तलाश है, लेकिन इस मौके पर यह मेरा अपना आकलन है, क्योंकि थाना प्रभारी से मेरी अभी बात नहीं हुई है। मंत्री ने कहा, ‘मुझे लगता है कि विवरण अभी आ रहा है इसलिए हमें कुछ देर इंतजार करना चाहिए ताकि मरने वालों की संख्या के साथ ही सुरक्षा बलों द्वारा काबू किए गए उग्रवादियों की संख्या का भी पता चल सके।’