देबदुलाल पहाड़ी
असम में पिछले दिनों आयोजित दो दिवसीय ‘एडवांटेज असम’ वैश्विक निवेशक सम्मेलन में एक लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव मिला है। इसका उद्देश्य राज्य सरकार की नीतिगत पहल के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में असम के भौगोलिक उद्देश्यों और मूल दक्षताओं को उजागर करना था। आयोजन में 200 समझौता ज्ञापनों के जरिये एक लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव मिला है।
असम में कई ऐसे सेक्टर हैं जिनकी वजह से राज्य वैश्विक पहचान बनकर उभरा है। इन सेक्टरों में खेती, फूड प्रॉसेसिंग, आॅर्गेनिक खेती, बांस, हैंडलूम, टेक्सटाइल और हैंडीक्राफ्ट प्रमुख रूप से शामिल हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘ईज आॅफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट में पूर्वोत्तर राज्यों में असम पहले नंबर पर है, जो निवेश के लिए सर्वाधिक मांग वाले एक राज्य के रूप में उभर रहा है। हम 1300 करोड़ रुपये से नेशनल बंबू मिशन का पुनर्गगठन करने जा रहे हैं, जिससे पूर्वोत्तर के लोगों को फायदा पहुंचेगा, खासकर क्षेत्र के किसानों को।’
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि पहली बार वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन एक अच्छी शुरुआत है। निवेशकों की प्रतिक्रिया काफी उत्साहजनक है। मुझे भरोसा है कि ये निवेश प्रतिबद्धताएं असम को बेहतर अर्थव्यवस्था बनाएंगी। इस अवसर पर भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, कई केंद्रीय मंत्री, पड़ोसी राज्य अरुणावल प्रदेश तथा मणिपुर के मुख्यमंत्री, 16 देशों के राजदूत तथा उच्चायुक्त, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन समेत अन्य ने भाग लिया।
रिलायंस ग्रुप आॅफ इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी ने घोषणा की कि उनकी कंपनी अगले तीन सालों में करीब 2500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। तेल के प्रमुख ओएनजीसी ने 13 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया। आॅयल इंडिया लिमिटेड ने 10 हजार करोड़ रुपये, अन्य प्रमुख कंपनियों में एस्सेल इन्फ्राप्रोजेक्ट्स 6 हजार करोड़ रुपये, इंडियन आॅयल कॉरपोरेशन 3,432 करोड़ रुपये, नुमलिगढ़ रिफाइनरी 3,410 करोड़ रुपये, रिलायंस ग्रुप आॅफ इंडस्ट्रीज अगले तीन सालों में करीब 2500 करोड़ रुपये, स्टार सीमेंट 2,100 करोड़ रुपये, महिंद्रा हॉलीडेज एंड रिसॉर्ट्स इंडिया ने 400 करोड़ रुपये, बीपीसीएल 350 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। इसके अलावा इनफिनिटी ग्रुप आईटी पार्क और रीयल एस्टेट परियोजना में एक हजार करोड़ रुपये निवेश करेगी। वहीं मेदान्ता समूह स्वास्थ्य क्षेत्र में 500 करोड़ रुपये और डालमिया भारत सीमेंट ने 1,100 करोड़ रुपये के निवेश का संकल्प जताया है। सोनोवाल ने कहा कि निवेश से राज्य में युवाओं के लिए रोजागार के पर्याप्त अवसर सृजित होंगे।
असम के वित्त मंत्री हिमंत विश्वशर्मा ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये का निवेश आ रहा है। महिंद्रा असम में पर्यटन के बुनियादी ढांचे में निवेश करेंगे। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक धर्मेंद्र कुमार कर्मा ने कहा कि गुवाहाटी हवाई अड्डा उत्तर-पूर्व और आसियान क्षेत्रों की परियोजना उड़न के लिए केंद्र होगा। घरेलू टैक्सी कंपनी ओला ने उत्तर-पूर्व भारत के वित्तीय केंद्र गुवाहाटी में एक ऐप आधारित नदी टैक्सी सेवा को पायलट करने के लिए असम सरकार के साथ समझौता ज्ञापन करार दिया है। समझौता ज्ञापन के मुताबिक, आॅनलाइन प्लेटफार्म पर पानी की टैक्सी लाने के साथ ही राजधानी शहर में एक स्थानीय और प्रमुख गति से चलने वाला मार्ग अधिक मजबूत होगा।
स्पाइस जेट के सीएमडी अजय सिंह ने कहा कि उत्तर पूर्व को देश के अन्य भागों से जोड़ा जाएगा। भारत के विकास के लिए यह जरूरी है कि उत्तर पूर्व राज्यों को विकसित किया जाए। पवन हंस के सीएमडी डॉ. बी पी शर्मा ने कहा कि पवन हंस ने 52 अन्य शहरों और 20 प्रतिशत शहरों को असम से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व में हेलिकॉप्टर सेवा की मांग बहुत अधिक है। परिवहन मंत्री चंद्र मोहन पटवारी ने कहा कि विश्व बैंक एक हजार करोड़ रुपये की पेशकश कर रहा है और केंद्रीय नौवहन मंत्रालय ने भी असम के लिए 1250 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है।