चुनावी मैदान में उतरे कई दिग्गज नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा है। समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव का मीडिया में बयान आया है कि अखिलेश का घमंड समाजवादी पार्टी की हार का कारण बना। शिवपाल का कहना है कि लोगों ने नेताजी और मेरे अपमान का बदला लिया है।
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री हरीश रावत हरिद्वार ग्रामीण सीट और किच्छा, दोनों जगहों से हार गए हैं।सीएम हरीश रावत ने विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद राज्यपाल केके पाल को इस्तीफा दे दिया। मीडिया से रूबरू होते हुए सीएम ने कहा कि उन्हें इस बात का संतोष है कि उन्हें जो काम दिया गया गया था, उन्होंन उसे पूरा किया है।
गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर को भी हार का मुंह देखना पड़ा है।गोवा में 2012 में मनोहर पर्रिकर की अगुवाई में बीजेपी ने बहुमत की सरकार बनाई थी। मनोहर पर्रिकर के केंद्र की राजनीति में जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। ऐसे में मुख्यमंत्री की खाली पड़ी कुर्सी के लिए मेंड्रम विधानसभा से विधायक लक्ष्मीकांत पारसेकर को गोवा का नया मुख्यमंत्री बनाया गया।
मणिपुर में अपनी नई पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने वाली इरोम शर्मिला को भी मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के सामने हार का मुंह देखना पड़ा। णिपुर की आयरन लेडी PRAJA (Peoples’ Resurgence and Justice Alliance) पार्टी प्रमुख इरोम शर्मिला ने चुनावी मतगणना से पहले ही कह दिया था कि यदि वह इन चुनावों में हारती हैं, तो वह अगली बार 2019 में फिर से चुनाव लड़ेंगी। यहां बता दें कि शर्मिला को अपने डेढ़ दशक से भी अधिक चले अनशन को खत्म करने के लिए अपने राज्य में आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।