अाेपिनियन पाेस्ट
बिहार में परीक्षा की सख्त शिक्षा पद्धति छात्राें के साथ शिक्षकाें की भी पाेल खाेल रही है। बिहार प्रारंभिक शिक्षक (प्रशिक्षित) पात्रता परीक्षा यानी टीईटी 2017 के अाज जारी रिजल्ट काे देखकर ताे एेसा ही लग रहा है। बीएसईबी के चेयरमैन आनंद किशोर ने शाम के साढ़े तीन बजे रिजल्ट जारी किये। बिहार में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा की तरह ही टीईटी के नतीजे भी काफी खराब रहे हैं।
कक्षाा 6 से 8 के लिये ली गई परीक्षा में महज 17.84 प्रतिशत परीक्षार्थी ही पास कर पाये हैं। 1 से 5 तक के लिये ली गई परीक्षा में 49 हजार में से 7 हजार परीक्षार्थी पास हुए हैं। 6-8 के लिये पास होने वाले अभ्यर्थियों का प्रतिशत मात्र 16.07 है। इस परीक्षा में कुल 11 हजार 351 अभ्यर्थियो को इनवैलिड किया गया है।
वर्ग 6 से 8 तक की परीक्षा में 1 लाख 19 हजार 164 परीक्षार्थी थे इसमें से कुल उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 30 हजार 113 है। परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिये सामान्य का कट अफ 60 फीसदी जबकि एससी-एसटी का कट ऑफ 50 फीसदी था। बीसी 1 और बीसी 2 के लिए 55 काट ऑफ था।
शिक्षा विभाग ने बीएसईबी को टीईटी रिजल्ट जारी करने के लिये पहले ही हरी झंडी दे दी थी। बोर्ड ने कहा है कि परीक्षा के पहले निकाले गए विज्ञापन और टर्म-कंडीशन के आधार पर ही रिजल्ट बनाया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समीति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि विभाग से मार्गदर्शन मिलने के बाद ही रिजल्ट जारी किये जा रहे।
2.43 लाख अभ्यर्थियों ने दी थी परीक्षा
बिहार से सभी जिलों में 23 जुलाई को 348 केंद्रों पर टीईटी परीक्षा कंडक्ट किया गया था। इसमें 2 लाख 43 हजार 459 अभ्यर्थी शामिल हुए हैं। पेपर-1 के लिए 50,950 तथा पेपर-2 के लिए 1 लाख 92 हजार 509 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।