भाजपा के टुन्ना ने ऐसा काम किया कि खानी पड़ी जेल की हवा, पार्टी से निलंबित

हाजीपुर। भाजपा के नेता इन दिनों कुछ न कुछ ऐसा कर दे रहे हैं कि उन्‍हें पार्टी बाहर का रास्‍ता दिखा रही है। इस बार बिहार के सीवान से भाजपा के एमएलसी टुन्नाजी पांडेय को ट्रेन में एक लड़की से छेड़खानी के आरोप में हाजीपुर जीआरपी ने रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। टुन्ना पर ट्रेन में गोरखपुर की एक नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में जीआरपी ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उनको गिरफ्तार किया है। बाद में टुन्ना पांडे को 6 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एमएलसी पूर्वांचल एक्सप्रेस की एसी-2 बोगी कोच ए1-43 में सफर कर रहे थे। उनके साथ के बर्थ पर अपने पिता के साथ सफर कर रही बारह साल की नाबालिग ने एमएलसी पर छेड़खानी का आरोप लगाया। इस मामले में एमएलसी पर पास्को के तहत एफआदआर दर्ज कर ली गई है। वहीं, भाजपा ने टुन्ना पांडेय को तुरंत ही पार्टी से निलंबित कर नोटिस भी जारी किया है।

गोरखपुर के रहने वाले और थाईलैंड में व्यवसायी विजय प्रकाश पांडेय अपने परिवार के साथ पूर्वांचल एक्सप्रेस की एसी-2 बोगी ए-1 में सफर कर रहे थे। वह हावड़ा से गोरखपुर जा रहे थे और उसी बोगी में ए-1 के सीट नंबर 43 पर एमएलसी टुन्नाजी पांडेय दुर्गापुर में सवार हुए थे। बताया गया है कि सराय स्टेशन के पास टुन्ना पांडे ने बर्थ-46 पर सो रही 12 वर्षीया लड़की के साथ छेड़खानी की। लड़की ने कहा है कि वह सो रही थी और अचानक हड़बड़ा कर नींद से जग गई। वह चिल्लाई और पिता को घटना के बारे में बताया। लड़की के पिता की लिखित शिकायत पर टुन्ना पांडे पर कार्रवाई की गई है। लड़की का आरोप है कि उस व्यक्ति ने किस करने का प्रयास किया और बाथरूम में चलने के लिए बोला था।

लड़की के पिता ने तुरंत घटना की जानकारी ट्रेन की एस्कॉर्ट पार्टी को दी। हाजीपुर जीआरपी थानाध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि लड़की के पिता की लिखित शिकायत पर एमएलसी को गिरफ्तार कर लिया गया है। नाबालिग से छेड़खानी के मामले में उन पर आइपीसी की धारा 354 ए और पास्को की धारा भी लगी हैं। हाजीपुर में ट्रेन रुकने के बाद नाबालिग के पिता ने एफआइआर दर्ज कराया और गाड़ी रिजर्व कर सड़क मार्ग से गोरखपुर के लिए चले गए।

टुन्ना पांडेय ने अपने बचाव में कहा कि वह 3.15 बजे मोबाइल चार्ज करने के लिए सीट के साथ लगे प्वाइंट में चार्जर लगा रहे थे और उन्होंने लाइट भी जलाई थी। बैग को हटाने वक्त लड़की जग गयी और चिल्लाते हुए अपने पापा से कुछ कहने लगी। मैंने कुछ नहीं किया, हो सकता है कि बैग से ठोकर लगा हो और मुझ पर छेड़खानी का आरोप लगा दिया।

चार भाइयों में सबसे बड़े टुन्नाजी पांडेय सीवान और गोपालगंज का जाना-पहचाना नाम है। सीवान दरौली मैरवा के रहने वाले टुन्ना पांडेय के पिता 1959 से 2002 तक शराब कंपनी में काम करते थे। 1986 में टुन्ना पांडेय ने भी उसी कंपनी में काम शुरू कर दिया और काम के दौरान ही इंटर और ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। 1991 में कंपनी ने उन्हें बिहार में अपना प्रतिनिधि बनाया और फिर धीरे-धीरे टुन्नाजी पांडेय की आर्थिक समृद्धि बढ़ने लगी। जानकारों का कहना है कि उनके कई लाईसेंसी शराब की दुकानें भी थी।

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