आपिनियन पोस्ट ब्यूरो
नई दिल्ली। आपको शायद याद हो कि बाबा जयगुरुदेव ने वर्षों पहले जगह-जगह दीवालों पर लिखवा दिया था-सतयुग आएगा। जयगुरुदेव नाम परमात्मा का। उस समय लोग कल्पना भर करते थे कि आखिर सतयुग कैसा होता होगा। बाबा जयगुरुदेव तो सतयुग ला नहीं पाए और कलयुग को जैसा का तैसा छोड़ कर चले गए। लेकिन कलयुग ने खुदबखुद इतनी प्रगति कर ली कि देश की अर्थव्यवस्था में नकदी के लगभग 86 प्रतिशत का अधिकांश भाग काले धन में तब्दील हो गया। 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए जाने से एक बार फिर सतयुग की आहट आने लगी है, जिसकी कल्पना मात्र से हम बाग-बाग हुए जा रहे हैं।
बैंकों और एटीएम में कैश की किल्लत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है-मुझे 50 दिन और दीजिए, मैं आपको वैसा देश दूंगा जैसा आप चाहते हैं। हालांकि इससे पहले भी केंद्र सरकार और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक बार तीन दिन का समय मांगा, लेकिन समस्या बढ़ गई। फिर दो सप्ताह का समय मांग लिया है। अब कैश की दिक्कतें दूर करने के लिए प्रयास भी किए जा रहे हैं। यहां तक कि हेलीकॉप्टर से कैश की आपूर्ति की जा रही है। बैंकों में दिव्यांगों के लिए अलग से लाइन लगाने की व्यवस्था की गई है। कुछ खास स्थानों पर 24 नवंबर तक के लिए 500 और 1000 के पुराने नोटों के चलन को स्वीकृति दे दी गई है, जिससे लोग राहत महसूस कर सकते हैं।
लेकिन हम उस राहत की बात कर रहे हैं, जब काले धन पर पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया जाएगा। ज्यादा से ज्यादा लोग ऑनलाइन खर्च करना सीख जाएंगे जिससे सरकार और बैंकों के पास धन की कोई कमी नहीं रहेगी। बेरोजगारी की समस्या दूर होगी। बेनामी संपत्ति पर कुंडली मार कर बैठे लोगों को बेदखल कर दिया जाएगा। सीमित साधन वाले लोगों को भी इस देश की संपत्ति में उचित हिस्सा मिल जाएगा। प्रॉपर्टी के रेट गिर जाएंगे, होम लोन सस्ता हो जाएगा और बिना ऊपरी कमाई के लोग अपने घर का सपना साकार कर सकेंगे। चुनाव लड़ना इतना सस्ता हो जाएगा कि कोई भी भला आदमी आसानी से चुनाव लड़ सकेगा और राजनीति में शुचिता आ सकेगी।
इस संदर्भ में पत्रकार रवीश कुमार कहते हैं-मैं तो राजनीति की इस सादगी की कल्पना में मारे खुशी के रोए जा रहा हूं। पंजाब और यूपी चुनावों को पैसे की निगाह से देखिएगा। अगर काला धन समाप्त हो गया है तो भारतीय इतिहास का सबसे सादा और आदर्श चुनाव होगा। राजनीति से भी काला धन चला गया तो क्या होगा। इतनी बसें लेकर यूपी में रैलियां हो रही हैं वे सब रुक जानी चाहिए। हेलिकॉप्टर वालों की दुकान बंद हो जाएगी। चुनाव के समय अपनी मार्केंटिग करने के लिए हेलिकॉप्टर वाले जनता को फ्री में घुमाएंगे। पोस्ट ब्लैक मनी एरा सादगी का काल माना जाएगा।
देश में सतयुग का स्वरूप कुछ ऐसा ही हो सकता है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के हवाले से ऐसी खबरें आ रही हैं कि मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद हवाला कारोबार की कमर टूट गई है और उसमें 80% तक की गिरावट दर्ज की गई है। तीन दिनों के भीतर खाड़ी देशों और कश्मीर घाटी के बीच एक भी हवाला ट्रांजेक्शन सामने नहीं आया है।