नई दिल्ली।
संसद में आम बजट और रेल बजट पेश किए जाने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बजट पर नाखुशी जाहिर की, लेकिन उन्होंने राजनीतिक चंदे को लेकर तय किए गए नए नियम का समर्थन किया और कहा, ‘पॉलिटिकल फंडिंग को पारदर्शी बनाने के लिए जो कदम उठाए जाएंगे, हम उसका समर्थन करेंगे।’ इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि बजट में राजनीतिक तंत्र की साफ-सफाई के लिए भी अहम कदम उठाया गया है। इस सवाल पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि इसका कोई भी असर चंदे पर नहीं पड़ेगा क्योंकि लोग कोई न कोई उपाय कर लेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘ये बजट अर्थतंत्र और देश को नई मजबूती देगा, देश विकास की ओर बढ़ेगा, दाल से लेकर डेटा पर ध्यान, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक पर ध्यान दिया गया।’
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, ‘प्रिंसिपल ग्रोथ, सोशल स्पेंडिंग इक्विटी और देश के लिए नई अर्थव्यवस्था लाएगा।’
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘ये आम बजट देश की आम जनता के लिए है।’
कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर को राशि वित्त मंत्री जी ने आवंटित की है वो पीएम मोदी के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के सपनों को साकार करता हुआ नजर आता है।’
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘ये बजट गावों को मजबूत बनाएगा, अगले साल कृषि के क्षेत्र में 6 फीसदी तक की तेजी दर्ज की जाएगी।’
रेल बजट को आम बजट के साथ पेश करने पर पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा, ‘अब रेल मंत्री का पद ही समाप्त कर देना चाहिए। अब रेल मंत्री की पूछ नहीं। अब तो रेल को भी वित्त मंत्री ही चला रहे हैं। ऐसे में रेल मंत्री की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने सरकार को नसीहत दी कि वह रेल को वित्त मंत्री के जरिये रेल महाप्रबंधक से चलवाएं।
उन्होंने बजट को पूरी तरह फेल करार दिया और कहा कि बजट को वे 10 में जीरो नंबर देंगे। इसमें गरीबों के लिए कुछ नहीं है। रोटी, कपड़ा और मकान के लिए कुछ भी नहीं है। स्वास्थ्य व रोजगार का भी ध्यान नहीं रखा गया है। नोटबंदी के बाद छोटे-बड़े व्यवसायी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।