नई दिल्ली।
देश की निगाहें सुबह से बजट पर टिकी रहीं तो उपचुनाव के नतीजे भी कम दिलचस्प नहीं रहे। राजस्थान और पश्चिम बंगाल में हुए उपचुनावों में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। राजस्थान के उपचुनाव में तो कांग्रेस ने भाजपा का सफाया ही कर दिया है। उसने भाजपा से अजमेर और अलवर लोकसभा सीट के साथ मांडलगढ़ विधानसभा सीट छीन ली है।
उधर, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का जलवा बरकरार है। राजस्थान में दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट तो पश्चिम बंगाल में एक लोकसभा और एक विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हुए थे, जिनका परिणाम पहली फरवरी को घोषित किया गया।
राजस्थान की अलवर, अजमेर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में प्रदेश की दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने बीजेपी को बड़े अंतर से मात दी है। अलवर में कांग्रेस के करण सिंह यादव ने भाजपा के जसवंत सिंह यादव को लगभग 40 हजार मतों के अंतर से हरा दिया। अजमेर में कांग्रेस के रघु शर्मा ने भाजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राम स्वरूप लांबा को लगभग 20,648 मतों के अंतर से हराया है।
कांग्रेस ने राजस्थान की मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर भी कब्जा जमा लिया है। पार्टी प्रत्याशी विवेक धाकड़ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी शक्ति सिंह हाडा को 12,976 वोटों के अंतर से हराकर जीत दर्ज की है। कांग्रेस ने ट्वीट कर मांडलगढ़ विधानसभा सीट प्रत्याशी विवेक धाकड़ को बधाई दी है।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी की जीत पर मतदाताओं का आभार जताया और कहा कि प्रदेश के लोग इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा, ‘जनादेश सरकार के खिलाफ है। हम आशा करते हैं कि हमारी बढ़ोतरी बरकरार रहेगी।’ उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने जनाधार को स्वीकारते हुए कहा है कि हार के कारणों का विश्लेषण कर कमियों को दूर करेंगे।
यह उपचुनाव भाजपा सांसद सांवर लाल जाट (अजमेर), सांसद चांद नाथ योगी (अलवर) और विधायक कीर्ति कुमारी के निधन के कारण हुआ था। पिछले साल 28 अगस्त को भाजपा विधायक कीर्ति कुमारी की स्वाइन फ्लू से मौत हो जाने के कारण रिक्त मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर 29 जनकरी को मतदान हुआ था।
प. बंगाल के लिए उपचुनाव खास
पश्चिम बंगाल की उलुबेरिया लोकसभा सीट उपचुनाव में तृणमूल प्रत्याशी सजदा अहमद ने 4 लाख 70 हजार वोटों से बंपर जीत हासिल की। वहीं नुआपाड़ा विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में तृणमूल प्रत्याशी सुनील सिंह ने 1,11,729 वोटों के साथ चुनाव जीता। उन्होंने सीपीएम की गार्गी चटर्जी, बीजेपी के संदीप बनर्जी और कांग्रेस के गौतम बोस को मात दी।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले उपचुनाव के नतीजे काफी अहम माने जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि दोनों सीटों पर सत्ताधारी तृणमूल बनाम भाजपा की लड़ाई है। हालांकि माकपा भी अपनी खोई हुई जमीन हासिल करने का भरसक प्रयास कर रही है तो कांग्रेस भी पीछे नहीं रहना चाहती।