ओपिनियन पोस्ट
नोटबंदी के दौरान फर्जी कंपनियों और हवाला के जरिए पुरानी करेंसी खपाने वालों के खिलाफ सरकार की प्रर्वतन एजेंसिया की नजरें लगातार टेढी है। फर्जी कंपनियों और हवाला रैकेट को लेकर सीबीआई ने आज बड़ी छापेमारी की है। सीबीआई ने झारखंड की राजधानी रांची में मुख्य आयकर आयुक्त तापस दत्ता के ठिकानों सहित 14 जगहों पर छापेमारी की। बताया जाता है कि सीबीआई ने कोलकाता सहित देशभर में करीब 30 स्थानों पर छापेमारी की है। कोलकाता के अलीपुर में 19 बी शिवम अपार्टमेंट स्थित उनके घर पर भी छापेमारी हुई है। इसके अलावा साल्टेक, बालीगंज व अन्य इलाकों के 15 अन्य जगहों पर छापामारी हुई है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी तापस दत्ता के रांची स्थित गेस्ट हाउस पर सीबीआई ने छापेमारी की। छापेमारी के दौरान तापस दत्ता इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ही गेस्ट हाउस में ठहरे। सीबीआई के अधिकारियों ने गेस्ट हाउस में बंद कमरे में उनसे पूछताछ की। इस दौरान कागजात भी खंगाले गए।
बताया जा रहा है कि इसके अलावा रांची में ही इनकम टैक्स के दो और अधिकारियों के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की गई। पूरा मामला नोटबंदी के दौरान अवैध रूप से पुराने नोट खपाने और हवाला से जुड़ा हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान सीबीआई को अहम दस्तावेज मिले हैं, मगर अभी तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
फर्जी कंपनियों व हवाला रैकेट के खिलाफ सीबीआई की विशेष टीम ने बुधवार को कोलकाता में भी छापेमारी की है। खबर है कि आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को भी हिरासत में लिया है। आयकर अधिकारी के कोलकाता स्थित आवास पर भी छापेमारी की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, फर्जी कंपनियों के माध्यम से कालेधन को सफेद करने व हवाला के जरिए देश के बाहर रुपये भेजने वाली कंपनियों के खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है।
पिछले दिनों सिर्फ कोलकाता में कई हजार फर्जी कंपनी के बारे में आयकर विभाग व संबंधित जांच एजेंसियों को सुराग मिला था।
सीबीआई ने इसके अलावा 6 अन्य सीए को आपराधिक षड्यंत्र में शामिल होने के आरोप में उनके स्थानों पर छापा मारा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम में पुलिस ने एक बहुत बड़े हवाला रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया था। पुलिस ने बताया कि शहर में कोलकाता से संचालित इस रैकेट ने अवैध तरीके से 569 करोड़ रुपये देश से बाहर भेजे हैं। इस मामले में पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया।
मामले में विशाखापटनम के पुलिस उपायुक्त नवीन गुलाटी ने बताया था कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि इस हवाला रैकेट को बाहर से 680 करोड़ रुपये प्राप्त हुए जिसमें से 569 करोड़ रुपये को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर देश से बाहर भेज दिया गया। यह सारा काला धन है। गुलाटी ने कहा था कि पुलिस को यह भी पता चला कि इस लेन देन के लिए 30 फर्जी कंपनियां खोली गईं और अलग अलग शहरों में कई फर्जी बैंक खाते भी खोले गए।