अक्सर ऐसा नहीं होता कि राज्य प्रशासन का कोई अधिकारी राज्य के मुख्य सचिव सहित अन्य वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के खिलाफ जाता हो. लेकिन, कर्नाटक प्रशासनिक सेवा (केएएस) के एक अधिकारी ने राज्य मानवाधिकार आयोग जाकर मुख्य सचिव एवं नौ अन्य आईएएस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जाहिर है, यह राज्य में पहला उदाहरण है. सूत्रों का कहना है कि कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग (डीपीएआर) के अधिकारी के मथाई ने भूमि घोटाले का खुलासा करने के मामले में अपने वरिष्ठों पर ‘मानवाधिकार उल्लंघन’ का आरोप लगाया है. कहा जाता है कि राज्य सरकार ने पिछले 10 सालों के दौरान 27 बार उनका तबादला किया. आयोग को दी गई अपनी शिकायत में मथाई ने मुख्य सचिव टीएम विजया भास्कर एवं नौ अन्य वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को नामजद किया है. सूत्रों का कहना है कि मथाई ने अपनी शिकायत में ऐसे कई केएएस अधिकारियों के नाम खोले हैं, जिनका समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों एवं राजनेताओं द्वारा उत्पीडऩ किया गया.
Related Posts
महागठबंधन का महाफरेब
नरेंद्र मोदी का विजय रथ रोकने के लिए महागठबंधन तो बना, लेकिन उसके अंदर कितनी गांठ हैं, इस सच्चाई से…
भाजपा को 70 प्रतिशत वोट 100 प्रतिशत सीटें
हिमाचल प्रदेश हिमाचल प्रदेश में मोदी लहर जोर-शोर से दिखी. इस पहाड़ी राज्य में मोदी लहर पर सवार भाजपा ने…
बन गया महा-गठबंधन
सारे कयास गलत निकले. राज्य में अंतत: विपक्षी दलों का महा-गठबंधन बन ही गया. उसी फॉर्मूले पर सभी की सहमति…