देब दुलाल पहाड़ी।
दिल्ली के राजीव चौक में नोबेल मैमोरियल वॉल का उद्घाटन किया गया। वॉल का उद्घाटन स्वीडन मंत्री एन्ना एकस्ट्रोम और डीएमआरसी के प्रबन्ध निदेशक ने किया। जिसमें भारत के 8 नोबेल पुरस्कार विजेताओं की तस्वीरें प्रदर्शित की गईं । स्वीडन दूतावास और दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने संयुक्त रूप से नोबेल मैमोरियल वाॅल का उद्घाटन किया।
भारत के नोबेल पुरस्कार विजेताओं और समाज के प्रति उनके योगदान के बारे में जागरुकता फैलाना इस वाॅल का मुख्य उद्देश्य है। तस्वीरें दिल्ली मेट्रो के राजीव चौक स्टेशन पर 1 नवम्बर से 7 नवम्बर 2017 तक डिस्प्ले पर रहेगी। अपनी तरह की यह अनूठी वाॅल है जिसे विभिन्न विश्वविद्यालयों के कला के विद्यार्थियों ने बनाया है।
यह तस्वीरेंं दिल्ली एनसीआर में फाईन आर्ट काॅलेजों के छात्रों द्वारा पेश की गई पेंटिंग्स को दर्शाती हैं। इस वॉल में दूतावास द्वारा एक पेंटिंग प्रतियोगिता के माध्यम से रबिन्द्रनाथ टैगोर, सीवी रमन, हरगोविंद खुराना, मदर टेरेसा, सुब्रमण्यम चन्द्रशेखर, अमर्त्य सेन, वेंकटरमन रामाकृष्णन और कैलाश सत्यार्थी के चित्रों को चुना गया।
प्रतियोगिता के लिए जूरी में इण्डिया टुडे ग्रुप की सम्पादक कावेरी बंज़ाई, कलाकार नरेश कपूरिया तथा दूतावास में इकोनोमिक सेक्शन के प्रमुख जासा कारे शामिल थे।
स्वीडन सरकार में उच्च माध्यमिक स्कूल और प्रौढ़ शिक्षा एवं प्रशिक्षण मंत्री तथा डीएमआरसी के प्रबन्ध निदेशक श्री मंगू सिंह ने वाॅल का अनावरण किया।
इस मौके पर स्वीडन मंत्री एकस्ट्रोम ने कहा, ‘‘नोबेल मैमोरियल वाॅल का उद्घाटन करते हुए मुझे बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। पहले गैर-यूरोपीय नोबेल पुरस्कार विजेता टैगोर से लेकर पहले गैर-यूरोपीय वैज्ञानिक सीवी रमन तथा बाल अधिकारों के लिए काम करने वाले कैलाश सत्यार्थी तक भारतीय नोबेल पुरस्कर विजेताओं ने दुनिया भर के लोगों को प्रेरित किया है।’’
मंत्री एना एकस्ट्रॉम ने कहा ‘‘ भारत और स्वीडन के बीच मजबूत सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंध हैं। ऐसे कार्यक्रम इस खास संबंध को और मजबूत बनाते हैं।’’
डीएमआरसी के प्रबन्ध निदेशक डाॅ मंगु सिंह तथा भारत के लिए स्वीडन दूतावास के राजदूत महामहिम श्री हेराल्ड सैण्डबर्ग ने एकसाथ वाॅल का अनावरण किया। इस मौके पर डीएमआरसी के प्रबन्ध निदेशक डाॅ मंगु सिंह ने कहा, ‘‘राजीव चैक मेट्रो स्टेशन पर नोबेल मैमोरियल वाॅल का उद्घाटन स्वीडन इण्डिया नोबेल मैमोरियल वीक की शुरूआत की पुष्टि करने वाली परम्परा बन गया है। लगातार सातवीं बार राजीव चैक स्टेशन पर इस वाॅल को डिस्प्ले किया गया है। इंटरचेंज स्टेशन होने के नाते बड़ी संख्या में लोग राजीव चैक स्टेशन का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में उन्हें हमारे नोबेल पुरस्कार विजेताओं के बारे में जानने और उनसे प्रेरित होने का मौका मिलता है। मैं स्वीडन दूतावास के प्रति आभारी हूँ जिन्होंने इस पहल के लिए हमारे साथ साझेदारी की है, और इसके माध्यम से हम भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेताओं के योगदान को याद करते हैं।