नई दिल्ली।
आज हर ओर गुस्से और हिंसा का बोलबाला है। छोटी छोटी बातों पर बड़े बड़े बवाल खड़े हो जाते हैं, लेकिन जब यही हालात सदन में पैदा होने लगें तो उसे आप क्या कहेंगे। दिल्ली विधानसभा में बुधवार को जो हुआ, उसने पूरे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को शर्मसार कर दिया। दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा के साथ सदन के भीतर हाथापाई इन्हीं हालात का एक और उदाहरण है। कपिल मिश्रा ने जो किया, वह एक अलग बात है लेकिन विधायकों की ओर से हाथापाई किसी तरह उचित नहीं ठहराई जा सकती। उस पर भी चुप्पी का आलम लोकतंत्र के लिए कहीं अधिक घातक है।
विधायकों ने कपिल मिश्रा को घेरकर उनका गला दबाने की कोशिश की। हाथापाई की घटना के फुटेज में साफ दिख रहा है कि ‘आप’ विधायक कपिल मिश्रा को पकड़ कर पीट रहे हैं। हंगामे के बाद कपिल मिश्रा को मार्शलों ने सदन से बाहर किया। हालात उस वक्त और विचित्र हो गए जब विधानसभा स्पीकर यह चिल्लाते हुए दिखाई दिए कि इसे (कपिल मिश्रा को) बाहर निकालो, इसे बाहर निकालो।
हालांकि आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज का कहना है कि ये सदन जीएसटी पास करने को लेकर था। जैसे ही सदन की कार्रवाई शुरू हुई, भाजपा के विधायक दवाइयों का मुद्दा उठाने लगे। इस पर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया तैयार भी थे, तभी कपिल मिश्रा ने हंगामा शुरू कर दिया। सदन की वेल की तरफ बढ़े, तब विधायकों ने उन्हें रोका और फिर मार्शल के जरिये उन्हें बाहर किया गया। उनके साथ कोई मारपीट नहीं हुई।
कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद विधानसभा से बाहर निकाले जाने के बाद कपिल ने मीडिया से कहा, ‘मैंने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी थी कि अरविंद केजरीवाल के घोटाले को लेकर जांच करें और मुझे बोलने का मौका दें। मैंने मांग की थी कि रामलीला मैदान में जनता के सामने अरविंद केजरीवाल और सतेंद्र जैन के घोटाले के खिलाफ विशेष सत्र बुलाया जाए। यह कहते हुए जैसे ही मैं आगे बढ़ा तो आम आदमी पार्टी के चार-पांच विधायकों ने मुझे मारना शुरू कर दिया।’
कपिल के आरोप
कपिल ने कहा, ‘मैंने कल विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर 5 मिनट का वक़्त मांगा था। अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन के घोटालों पर रामलीला मैदान में विशेष खुला सत्र बुलाने की मांग की थी। मदनलाल और अमानतुल्ला खान जैसे विधायकों ने घूसे और लात मारे हैं। असीम अहमद खान के एक मिनट की ऑडियो पर हटाने वाले अरविंद केजरीवाल चुप हैं। 3 जून को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में प्रदर्शनी लगा रहा हूं। विजुअल निकालोगे तो मालूम पड़ेगा कि मनीष सिसोदिया के इशारे पर मारपीट हुई।’