नई दिल्ली। दस लाख के इनामी आतंकी बुरहान वानी की मौत पर जिस तरह से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शोक जताया उससे यह साफ हो गया कि पाकिस्तान की नीयत कभी नहीं बदल सकती। वानी को नेता बताने के शरीफ के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त लहजे में जवाब दिया। मोदी ने साफ कहा कि बुरहान वानी एक आतंकवादी था, उसे बड़ा नेता न बनाया जाए। उसे आतंकी के तौर पर ही देखा जाए। पीएम ने कहा कि पत्तथरबाजी करने वाले युवाओं से राज्य सरकार निपटेगी लेकिन सुरक्षा ठिकानों और सुरक्षा कर्मियों पर हमलों से सख्ती से निपटा जाएगा।
सरकार के साथ कांग्रेस
इससे पहले अफ्रीकी देशों के दौरे के आखिरी दिन केन्या में मोदी बिना नाम लिए पाकिस्तान पर बरसे। उन्होंने कहा – जो आतंकवादियों को पनाह देते हैं उनकी निंदा होनी चाहिए। बुरहान एनकाउंटर के बहाने जम्मू कश्मीर में नाक घुसेड़ने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान के खिलाफ कांग्रेस ने भी कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि इस मामले में पार्टी सरकार के हर कदम पर साथ देगी। विपक्ष की ओर से यह बयान आने के बाद सरकार की ताकत और बढ़ गई है।
पीएम ने हालात का लिया जायजा
चार अफ्रीकी देशों की यात्रा से मंगलवार सुबह लौटे प्रधानमंत्री ने दिन में जम्मू कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। दो घंटे चली इस बैठक में प्रधानमंत्री ने पूरे हालात की जानकारी ली। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा वरिष्ठ मंत्रियों अरुण जेटली, मनोहर पर्रिकर, सुषमा स्वराज, जीतेंद्र सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद रहे। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को इस समस्या से निपटने में हर संभव मदद देने को कहा है। इसके साथ ही हिदायत दी है कि कार्रवाई में किसी निर्दोष के साथ ज्यादती न हो। प्रधानमंत्री ने शांति बनाए रखने की अपील की है और हालात पर चिंता जताई है।
पाक को सख्त संदेश
इस बैठक में पाकिस्तान को लेकर भी बात हुई। बुरहान वानी के एनकाउंटर को लेकर जिस तरह से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मातम मनाया है उससे पाकिस्तान का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हुआ है। नवाज शरीफ के दफ्तर ने बयान जारी कर सोमवार को कहा था, ”कश्मीरी नेता बुरहान वानी समेत घाटी के अन्य नागरिकों के भारतीय सेना और अद्धसैनिक बलों के हाथों मारे जाने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को गहरा सदमा पहुंचा है। बुरहान की मौत का विरोध कर रहे लोगों पर जरूरत से ज्यादा और गैरकानूनी बल प्रयोग किया गया। ऐसे आक्रमक कार्रवाईयों से जम्मू-कश्मीर की आवाम की आवाज नहीं दबाई जा सकती.”
प्रधानमंत्री मोदी ने भी शरीफ को जवाब देने में देर नहीं की। पीएम मोदी की ओर से कहा गया, “एक प्रधानमंत्री का आतंकी के लिए ऐसे सदमे में आना हैरान करने वाला है।”
हिंसा में 32 मरे
आतंकी बुरहान वानी की मौत पर जम्मू कश्मीर में चार दिन से फैली हिंसा में अब तक 32 लोग मारे जा चुके हैं और 1500 से ज्यादा लोग घायल हैं। सुरक्षा बलों ने पिछले दिनों एनकाउंटर में वानी को मार गिराया था। इससे पहले सोमवार को गृह मंत्री ने पर्रिकर, जेटली, अजित डोभाल और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर कश्मीर की स्थिति का जायजा लिया था। पीएम मोदी के साथ अफ्रीका गए डोभाल बीच में ही दौरा छोड़कर वापस आ गए थे। कश्मीर की स्थिति को देखते हुए राजनाथ सिंह ने भी अपनी अमेरिका यात्रा रद्द कर दी है।
सोपोर में पुलिस टीम पर आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने सोपोर जिले में पुलिस की टीम पर हमला किया। मंगलवार को राज्य सरकार की एक उच्च स्तरीय बैठक हालात को लेकर चल रही थी। इसी बीच यह घटना हुई। हमलावरों की तलाश में इलाके में सघन अभियान चल रहा है। इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। शांति बहाल करने के लिए कश्मीर घाटी के चार जिलों अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां और पुलवामा में पूरी तरह से कर्फ्यू लगा दिया गया है। जबकि बारामुला, सोपोर और कुपवाडा के कुछ इलाकों में कर्फ्यू है। श्रीनगर के आठ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू है। खानियार, नौहट्टा, रैनावरी, क्रालकुर्द, सफाकदल, मैसिमा, नूरबाग, हब्बाकदल, महाराजगंज में अभी भी तनाव है।