नई दिल्ली । इंडोनेशिया के बाली से गिरफ़्तार किया गया अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन भारत पहुंच गया है। आज सुबह उसे विशेष विमान से बाली से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाया गया, जोकि सुबह करीब 5.20 बजे एयरपोर्ट के टेक्निकल एरिया में उतरा। इस दौरान सुरक्षा बेहद कड़ी रखी गई। टेक्निकल एरिया में स्वात और पुलिस की टीमें सुरक्षा में तैनात रखी गईं। बताया जा रहा है कि जब राजन एयरपोर्ट पर विमान से नीचे उतरा, तो उसने सबसे पहले ‘भारतीय धरती को चूमा।’ बताया जा रहा है कि छोटा राजन को आज कोर्ट में पेश किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, ये पेशी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के ज़रिए ही होगी।
कड़ी सुरक्षा और बुलेटप्रूफ़ एंबेसडर कार में सीबीआई दफ्तरलाया गया
छोटा राजन को 25 स्वात कमांडों की कड़ी निगरानी में सुबह 6 बजे सीबीआई मुख्यालय लाया गया। एयरपोर्ट से सीबीआई मुख्यालय ले जाते वक़्त छोटा राजन को बुलेटप्रूफ़ एंबेसडर कार में बिठाया गया था। साथ में सीबीआई और दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे। सीबीआई मुख्यालय के अंदर, बाहर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बेहद कड़ी रखी गई है। रास्तों में कई जगह बैरिकेडिंग की गई है और सुरक्षा बलों की तैनाती गई है।
राजन को लाने के लिए बनाए गए ‘प्लान ए’ और ‘प्लान बी’
राजन को एयरपोर्ट से सीबीआई मुख्यालय तक लाने में कितनी एहतियात बरती गई, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसे लाने के लिए दो प्लान तैयार किए गए। प्लान ए और प्लान बी। प्लान ए के तहत एयरपोर्ट के मेन गेट से बुलेटप्रूफ कार एक डमी काफिले के साथ निकली और लोधी कालोनी स्थित स्पेशल सेल के दफ्तर पहुंची। वहीं, दूसरा ‘असली काफिला’ उसे लेकर सीबीआई दफ्तर पहुंचा।
इससे पहले एक अधिकारी ने बताया था कि 55 वर्षीय राजन को लेकर विशेष विमान ने नगुरा राय अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से गुरुवार स्थानीय समयानुसार रात करीब सवा दस बजे (भारतीय समयानुसार शाम पौने आठ बजे) उड़ान भरी। वहीं, इंडोनेशिया में भारत के राजदूत गुरजीत सिंह ने ट्वीट किया, ‘छोटा राजन को सफलतापूर्वक भारत निर्वासित कर दिया गया। बाली एयरपोर्ट बंद रहने की वजह से हुई देरी समाप्त हुई। सहयोग के लिए इंडोनेशिया का शुक्रिया।’
दरअसल, बाली के पास एक ज्वालामुखी विस्फोट से निकली राख की वजह से वहां अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर परिचालन बंद था, जिसकी वजह से राजन का निर्वासन टल गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजेंद्र सदाशिव निकाल्जे उर्फ छोटा राजन पिछले काफी दिनों ऑस्ट्रेलिया में फर्जी पहचान के साथ रह रहा था, लेकिन दुश्मरों के डर से वह बाली भाग गया, जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
फिलहाल सीबीआई की हिरासत में ही रहेगा राजन
सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े शीर्ष सूत्रों ने NDTV को बताया कि राजन फिलहाल सीबीआई की हिरासत में ही रहेगा। महाराष्ट्र सरकार ने छोटा राजन से जुड़े सभी मामले सीबीआई को सौंप दिए हैं। राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कई देशों से जुड़े अपराधों से निपटने में विशेषज्ञता के कारण सीबीआई को मामले सौंपे जा रहे हैं।
मुंबई पुलिस करना चाहती थी पूछताछ
इससे पहले मुंबई पुलिस राजन से पूछताछ करना चाहती थी, लेकिन राजन के आरोपों के बाद उसे उनके सुपुर्द किए जाने की संभावना कम ही रह गई थी। राजन ने कहा था कि मुंबई पुलिस ने उस पर बहुत अन्याय किया है और पुलिस के कुछ लोग अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से मिले हुए हैं। मुंबई पुलिस ने राजन के खिलाफ करीब 70 मामले दर्ज कर रखे हैं, जिनमें हत्या के 20 मामले, आतंकवाद और विध्वंसक गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत चार मामले और मकोका कानून के तहत 20 मामले शामिल हैं। वहीं दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ छह मामले दर्ज कर रखे हैं।