अाेपिनियन पाेस्ट
प्रवर्तन निदेशालय ने एक कारोबारी को 5000 करोड़ रुपये से अधिक की कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया है। मामला गुजरात की एक फार्मा कंपनी से जुड़ा था। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी ने मनी लांड्रिंग की रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दिल्ली से आरोपी गगन धवन को गिरफ्तार किया।
उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई के लिए धवन को अदालत में पेश किया जाएगा। बताया जाता है कि जांच एजेंसी ने धवन को कथित तौर पर स्टर्लिंग बायोटेक, वडोदरा स्थित कंपनी से संबंधित बैंक ऋण धोखाधड़ी और कुछ अन्य इसी तरह की अवैध लेनदेन के लिए रडार पर रखा था। एजेंसी, धवन और कंपनी दोनों को वरिष्ठ आयकर विभाग के अधिकारियों को कथित रूप से रिश्वत देने के मामले की भी जांच कर रही है। एजेंसी ने अगस्त में दिल्ली में धवन और कांग्रेस के पूर्व विधायक के खिलाफ छापेमारी की थी।
गौरतलब है कि, सीबीआई ने हाल ही में स्टर्लिंग बायोटेक, उसके निर्देशक चेतन जयंतीलाल संदसेरा, दीप्ति चेतन सैंडेसारा, राजभुषण ओमप्रकाश दीक्षित, नितिन जयंतीलाल संदसेरा और विलास जोशी, चार्टर्ड एकाउंटेंट हेमंत हाथी, पूर्व निदेशक आंध्र बैंक अनूप गर्ग और अन्य व्यक्तियों को कथित बैंक धोखाधड़ी का मामले में गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने आंध्रा बैंक के एक कंसोर्टियम से 5000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। एफआईआर में कहा गया है कि 31 दिसंबर, 2016 तक समूह कंपनियों की कुल लंबित देनदारी 5,383 करोड़ रुपये थी। इसके बाद ईडी ने इस मामले में संज्ञान लेकर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।