मॉस्को (रूस)।
फुटबॉल का महासंग्राम यानी फीफा वर्ल्ड कप आज से शुरू हो रहा है। इस घटना को गूगल ने अपना डूडल बनाया है। 21वां फीफा वर्ल्ड कप 15 जुलाई 2018 तक रूस में खेला जाएगा।
फुटबॉल प्रेमियों को बेसब्री से इस घमासान का इंतजार है। टूर्नामेंट में 32 टीमें भाग लेंगी और कुल 64 मैच खेले जाएंगे। उद्घाटन मैच मेजबान रूस और सऊदी अरब के बीच 14 जून 2018 को भारतीय समयानुसार रात 8.30 बजे से खेला जाएगा।
रूस में फुटबॉल विश्वकप बृहस्पतिवार से शुरू हो रहा है। पहला मैच आज रात 8:30 बजे मॉस्को के लुझनिकी स्टेडियम में रूस और सऊदी अरब के बीच खेला जाएगा। आज तक कोई भी मेजबान देश उद्घाटन मैच नहीं हारा है। मैच से पहले इसी स्टेडियम में 6:30 बजे से उद्घाटन समारोह होगा। इसमें 500 कलाकार प्रस्तुति देंगे।
ओपनिंग सेरेमनी में ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले शामिल नहीं हो सकेंगे। उनकी सेहत ठीक नहीं है। हालांकि, उन्हीं के हमवतन रोनाल्डो यहां मौजूद रहेंगे। इस टूर्नामेंट को 350 करोड़ लोग देखेंगे। 32 दिन तक चलने वाले इस इवेंट में 11 शहर के 12 स्टेडियम में 64 मुकाबले होंगे। इससे फीफा को 41 हजार करोड़ रुपये की कमाई होगी।
उद्घाटन समारोह में इंग्लैंड के पॉप स्टार रॉबी विलियम्स, सिंगर जुआन डिएगो फ्लोरेज, स्पेन के ओपेरा सिंगर प्लासिडो डोमिगो और रूसी ओपेरा सिंगर गरीफुल्लिना प्रस्तुति देंगे। समारोह और मैच के दौरान सुरक्षा में 30 हजार जवान तैनात रहेंगे। लड़ाकू विमानों की टुकड़ी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार रहेगी।
हर ग्रुप से 2-2 टीमें नॉकआउट दौर में पहुंचेंगी। आइसलैंड और पनामा विश्व कप में अपना डेब्यू कर रहे हैं। पहली बार विश्व कप वीडियो रेफरल प्रणाली को अपनाया जा रहा है। पनामा-आइसलैंड पहली बार खेलेंगे: आइसलैंड (3.40 लाख) टूर्नामेंट का सबसे कम आबादी वाला देश है।
खिलाड़ी चिप लगी फुटबॉल टेलस्टार-18 से खेलेंगे। चिप से स्मार्टफोन कनेक्ट किया जा सकता है। ओपनिंग मैच में ‘बॉल गर्ल’: 14 लड़कियां ‘बॉल गर्ल’ रहेंगी। भारत के रिषि, नथानिया जॉन भी बॉल कैरियर होंगे। वीएआर यानी वीडियो असिस्टेंट रेफरी टेक्नोलॉजी से रेफरी के फैसले रिव्यू होंगे।
1966 में रूस की टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी। हालांकि, इसके बाद टीम का प्रदर्शन लगातार गिरता गया। 2006, 2010 में रूस विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर पाई थी और 2014 में टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। रूस ने 2002 से विश्व कप में एक भी मैच नहीं जीता है।
इसी प्रकार सऊदी अरब की टीम 2010 और 2014 में विश्व कप में जगह नहीं बना पाई थी। सऊदी अरब का इस टूर्नामेंट में सबसे बेहतर प्रदर्शन 1994 में था, जब टीम प्री-क्वॉर्टर फाइनल तक पहुंची थी। फिलहाल, सऊदी अरब 1998 से इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं जीत पाई है।