वॉयस टाइपिंग भूल जाइए, अब कीजिए नजरों से टाइप

– बालेन्दु शर्मा दाधीच

पहले आप कीबोर्ड पर उंगलियाँ चलाकर टाइप करते थे। उसके बाद ऑनस्क्रीन कीबोर्ड आया तो माउस के जरिए या फिर उंगलियों से चट करके टाइप करने लगे। फिर आया स्वाइप कीबोर्ड जिसने आपको उंगलियों से टैप करने की मुश्किल से भी आजाद कर दिया। अब आप महज उंगलियों को एक कुंजी से दूसरी कुंजी तक फिराकर टाइप करने लगे। अंत में स्पीच टु टेक्स्ट की तकनीक आ गई जिसने वही काम बोलकर करना संभव बना दिया। मोबाइल हो या क्लाउड, आप बोलिए, टेक्स्ट खुद ब खुद टाइप होता चला जाएगा। इसी बीच आपकी लिखावट को टाइप किए हुए टेक्स्ट में बदला जाने लगा। हाथ से लिखा और पलक झपकते ही वह टाइप किए हुए टेक्स्ट में तब्दील हो गया।

सचमुच इंसान को आगे से आगे चलकर कितनी सुविधा दी जा सकती है, इसकी कोई सीमा नहीं है। बोल कर टाइप करने की सुविधा से आगे आखिरकार तकनीक कहाँ तक जा सकती है? लेकिन सच्चाई यह है कि तकनीक हमारी कल्पना की उड़ान की तरह है। जहाँ हम आज पहुँचते हैं, कल वह उससे भी आगे जाने की क्षमता रखती है। सो अब आ गई है ऐसी तकनीक जो स्पीच टु टेक्स्ट से भी ज्यादा आसान है, और यह है सिर्फ आँखों से देखकर टाइप करने की तकनीक।

जी हाँ, माइक्रोसॉफ्ट ने पर्सनल कंप्यूटरों के लिए आई-कंट्रोल नामक सुविधा का विकास किया है जो आपको अपनी आँखों से ही टाइप करने की सुविधा देती है। लेकिन यह सुविधा महज टाइपिंग तक सीमित नहीं है। असल में आप अपनी आँखों से ऐसा ज्यादातर काम कर सकते हैं जो फिलहाल आप अपनी उंगलियों और माउस के जरिए करते हैं।

अगर आप भी अपनी आँखों महज देखकर टाइप करना चाहते हैं तो अपने विंडोज़ 10 कंप्यूटर में इसे एक्टिवेट कर लीजिए। माइक्रोसॉफ्ट ने इस काम के लिए अनेक तकनीकों का तालमेल किया है और इसके लिए ज़रूरी एप्लीकेशन को कंट्रोल पैनल में ही उपलब्ध करा दिया है। बहरहाल, इस सुविधा के लिए आपको एक छोटे से हार्डवेयर की ज़रूरत पड़ेगी, जिसे कहते हैं टोबी (Tobii) आई ट्रैकिंग। यह भारत में भी उपलब्ध है।

इस हार्डवेयर को अपने डेस्कटॉप या लैपटॉप कंप्यूटर में इन्स्टॉल करने के बाद आपको विंडोज के कंट्रोल पैनल में जाना है। यह सिलसिला कुछ यूँ चलेगा- Start  > Settings  > Ease of Access  > Eye control (beta) and select Turn on eye control. ऐसा करने पर आपकी स्क्रीन पर लॉन्च पैड सक्रिय हो जाएगा। यह स्टार्ट पैनल जैसा ही एप्लीकेशन है जिसमें बहुत सारे आइकन दिखाई देते हैं और आप किसी आइकन पर कुछ क्षणों के लिए दृष्टि टिकाकर वही काम कर सकते हैं जो आप माउस या कीबोर्ड से करते हैं। जैसे विंडोज के स्टार्ट बटन वाले आइकन पर कुछ पल दृष्टि टिकाइए तो स्टार्ट पैनल खुल जाएगा। जितनी देर नज़र टिकाते हैं उसे Dwell Time कहा जाता है।

लॉन्च पैड में दूसरे विकल्पों के साथ-साथ टाइपिंग का आइकन भी मौजूद है। उस पर नजर टिकाइए तो ऑनस्क्रीन कीबोर्ड खुल जाएगा। अब इस कीबोर्ड की किसी कुंजी पर नजर डालिए, जैसे अंग्रेजी का आइ अक्षर। उसके बाद अंग्रेजी के एन अक्षर पर नज़र टिकाइए। आप देखेंगे कि दोनों अक्षर सामने खुले वर्ड, नोटपैड या दूसरे एप्लीकेशन में अपने आप टाइप हो गए हैं। बात यहीं पर खत्म नहीं होती। जबकुछ अक्षर दबाते हैं तो ऑनस्क्रीन कीबोर्ड के ऊपर कुछ शब्द भी सुझाए जाते हैं, जैसे India, Indus आदि आदि। इनमें से कोई शब्द आपकी पसंद का है तो कुछ पल के लिए उसे देखिए। लीजिए पूरा का पूरा शब्द ही टाइप हो गया। बधाई हो, आपने अपनी आँखों से कंप्यूटर पर काम करना शुरू कर दिया।

आइ-कंट्रोल के लॉन्च पैड पर और भी बहुत सारी सुविधाएँ मौजूद हैं, जैसे खुद लॉन्च पैड को ऊपर-नीचे खिसकाना, माउस के करसर को आँखों से नियंत्रित करना, माउस का लेफ्ट और राइट माउस बटन दबाना, पेज को स्क्रोल करना, टाइप किए हुए शब्दों को कंप्यूटर से पढ़वाना, स्टार्ट पैनल को लांच करना, सॉफ्टवेयरों को खोलना और आइ-कंट्रोल को रोकना या बंद करना।

आप सोच रहे होंगे कि क्या कमाल की तकनीक है यह। आपके बहुत काम आ सकती है। फिलहाल यह हिंदी में नहीं है लेकिन उम्मीद करनी चाहिए कि माइक्रोसॉफ्ट उसे ज्यादातर भाषाओं में ले आएगा। जरा यह भी सोचिए कि ऐसी तकनीकें उन लोगों का काम कितना आसान बना देंगी जो हाथों, ध्वनि या दोनों का प्रयोग नहीं कर सकते। जैसे- स्व. प्रो. स्टीफन हॉकिंग।

(इस लेख में दी गई तरकीब को आप यूट्यूब पर वीडियो के रूप में देख सकते हैं। इसके लिए यूट्यूब चैनल पर यहाँ जाएँ)

https://www.youtube.com/BalenduSharmaDadhich?sub_confirmation=1

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *