यूपी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का 93 साल की उम्र में निधन हो गया। वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे, दिल्ली के साकेत में मौजूद मैक्स हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांसें ली।
तिवारी को ‘विकास पुरुष’ कहा जाता था। पिछले साल ब्रेन-स्ट्रोक के बाद 20 सितंबर को उन्हें दिल्ली के साकेत स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि मैक्स सुपर स्पेशिऐलिटी अस्पताल में भर्ती एनडी तिवारी ने दोपहर 2.50 बजे अंतिम सांस ली। 12 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल के ICU में शिफ्ट किया गया था। बाद में तबीयत में सुधार दिखने पर उन्हें एक प्राइवेट रूम में शिफ्ट किया गया था। वह बुखार और न्यूमोनिया से पीड़ित थे। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी तबीयत पर नजर रख रही थी।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एनडी तिवारी के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘वरिष्ठ राजनेता नारायण दत्त तिवारी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष किया था। उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है।’